हम जिस देश में रह रहे है यह एक स्वतंत्र देश है और यहां पर सभी को अपने हिसाब से जीवन जीने की आजादी है। आज से 70 – 80 साल पहले हमारा देश आजाद नहीं हुआ था। स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और देश को आजादी दिलाने वाले वीर पुरुष के दम पर ही हमारा देश आज आजाद देश के लिस्ट में शामिल है और आपको हमारे देश में जितनी आजादी मिली है शायद ही किसी देश में इतनी आजादी मिलेगी। कई सारे लोग इंटरनेट पर जानकारी सर्च करते है कि Hamara Desh Kab Azad Hua Tha यदि आप भी इस प्रश्न का जवाब जानना चाहते हो तो हमारे इस लेख में अंतर तक बने रहें।
इस प्रकार के प्रश्न कई सारे कंपीटेटिव परीक्षाओं में भी पूछा जाता है और कई सारे लोगों को इसका जवाब सटीक तरीके से पता ही नहीं होता है और वह परीक्षा में गलत जवाब दे देते है इसीलिए हमारे देश के हर नागरिक को पता होना चाहिए कि उसका देश कब आजाद हुआ था और वह कौन सी तारीख थी। यदि आपको इन सभी महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी जानना है तो लेख में दी गई जानकारी को शुरू से लेकर अंतिम तक ध्यान से पढ़ें और एक भी जानकारी बिल्कुल भी मिस ना करें नहीं तो आपसे कुछ महत्वपूर्ण जानकारी छूट जाएगी।
हमारा देश कब आजाद हुआ था
दोस्तों हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था सबसे पहले हमारे देश पर ब्रिटिश हुकूमत की गुलामी किया करता था और भारत 200 साल गुलामी करने के बाद ब्रिटिश से आजाद हुआ है हमारे देश को आजाद होने में बहुत से जवानों को शहीद होना पड़ा है तब जाकर हमारा देश आजाद हुआ।
हमारे देश को सबसे पहले आजाद करने के लिए सबसे पहले व्यक्ति का नाम महात्मा गांधी आता है क्योंकि इन्होंने अपनी जान की परवाह ना किए बिना अंग्रेजों से लड़ने के लिए आगे चल पड़े और इस तरीके से महात्मा गांधी ने हमारे देश को आजाद करने में अपने प्राण त्याग दिए।
अगर आप इस लेख से संबंधित और भी ज्यादा जानकारी पाना चाहते हो तो आप हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़े ताकि आपको हमारा जाले जरूर समझ में आ सके और कहीं पर बताने की आवश्यकता बिल्कुल भी ना पड़े।
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भारत को आजाद करने में किसका हाथ था
दोस्तों अभी तक आपने हमारा देश कैसे आजाद हुआ इसकी जानकारी हासिल की अब हम बात करते है कि हमारे देश को आजाद करने में किसका हाथ था हमारे देश को आजाद करने में सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, बाल गंगाधर तिलक, चंद्रशेखर आजाद, लाला लाजपत राय, सरदार वल्लभभाई पटेल, सुखदेव और गोपाल कृष्ण गोखले इत्यादि लोगों ने हमारे देश को आजाद करवाया था और आज की किताबों में जब हमारे देश की आजादी कैसी हुई है इसकी जानकारी होती है
तब इन लोगों में से किसी न किसी महान योद्धा का नाम रहता है अगर यह लोग नहीं होते तो आज भी हमारा देश अंग्रेजों का गुलामी करता होता अगर हम स्वतंत्र दिवस मनाते हो तो सिर्फ इन्हीं लोगों की मदद से हम बहुत ही धूमधाम से स्वतंत्रा दिवस मनाते हैं।
1947 से पहले भारत का क्या नाम था
जब हमारा देश आजाद नहीं हुआ था यानी कि अंग्रेजों का गुलामी किया करता था तब हमारे देश का नाम भारतवर्ष या सोने की चिड़िया था लेकिन जब हमारा देश अंग्रेजों से आजाद हो गया तब हमारे देश का नाम भारत रखा गया और हमारे देश का नाम आज के समय में निम्नलिखित हो चुके है अगर आप 2022 में भारत के कितने नाम है इसकी जानकारी हासिल करना चाहते हो तो ऐसे में आप गूगल का सहारा ले सकते हो गूगल आपको सही सही जवाब दे देगा और आप इस तरीके से भारत का नाम पता कर सकते हो।
आजादी से पहले भारत में कितने राज्य थे
दोस्तों जब हमारा देश अंग्रेजों का गुलामी किया करता था उस समय हमारे देश में तीन राज्य होते थे और उस समय भारत में कुल 29 राज्य थे और अंग्रेजों के शासन काल में हमारा देश 565 रियासतों में बांटा गया था और उस समय भारत में तीन प्रकार के राज्य थे और जब हमारा देश आजाद हो गया तो 562 रियासतों को भारत मैं ले लिया गया हमारे कहने का यह मतलब है कि भारत में कुल 562 राज्य हैं।
अंग्रेज भारत में कब आए थे
अंग्रेज भारत में सबसे पहले सूरत के बंदरगाह पर 24 अगस्त 1606 में आए हुए थे और अंग्रेजों का केवल एक ही मकसद था भारत से पैसे चुराने और हड़पने का और अंग्रेज सबसे पहले जहांगीर के दरबार में अपने सैनिकों को भेजकर वहां पर कब्जा कर लिया लेकिन अंग्रेज से जहांगीर छूटकर भागने में सफल हो गए कुछ लोगों का यह कहना था कि जहागीर को अंग्रेज की आने की खबर पहले से ही थी और अंग्रेजों ने भारत के साथ-साथ यूरोप में भी अपना कब्जा कर लिया था क्योंकि भारत की कंपनियां यूरोप से जुड़ी हुई थी और इस तरीके से अंग्रेज ने अपना कब्जा करना शुरू कर दिया।
ब्रिटिश शासन के खिलाफ पहले किसने आवाज उठाई
ब्रिटिश शासन के खिलाफ सबसे पहले आवाज टीपू सुल्तान के बेटे ने उठाई थी टीपू सुल्तान के बेटे ने 200 अंग्रेजों को मार गिराया था और जब इस बात की जानकारी अंग्रेजों को पता चली तब 50 साल बीत चुके थे यानी कि 1857 की क्रांति में इस बात की जानकारी अंग्रेजों को पता चली तभी से जाकर युद्ध होना शुरू हो गया कई अदालत में चर्चा होने के बाद सो विद्रोहियों को फांसी की सजा सुनाई गई और इस तरीके से टीपू सुल्तान के बेटे ने सबसे पहले अंग्रेजो के खिलाफ आवाज उठाई थी।
2022 में आजादी को कितने साल बीत चुके है
दोस्तों अभी तक आपने हमारे देश के आजादी से संबंधित बहुत कुछ जानकारी हासिल कर ली है अब हम बात करेंगे कि 2022 में आजादी को कितने साल हो चुके है 2022 में 75 वा आजादी का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है आज के समय में हमारे देश में सबसे ज्यादा सेना पाई जाती है और इस तरीके से हमारा देश आजाद हुआ था।
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हमारा देश कब आजाद हुआ था? से संबंधित पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न एवं उनके उत्तर
हमारे देश में हमें कब आजादी मिली? से संबंधित यहां पर आप लोगों द्वारा पूछे जाने वाले कई अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर दिए हुए हैं।
Q. 15 अगस्त 1947 को क्या हुआ था?
15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ था अगर आप इसकी जानकारी पूरी विस्तृत में पाना चाहते हो तो आप हमारे द्वारा बताए गए जानकारियों को शुरू से अंत तक पढ़े।
Q. इंडिया का फुल फॉर्म क्या हैं?
इंडिया का फुल फॉर्म इंडिपेंडेंट नेशनल डेमोक्रेटिक इंटेलिजेंट एरिया हैं।
Q. भारत के 7 नाम कौन-कौन से हैं?
अगर आप भारत के सातों नाम के बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हो तो हमने आपको सातों नाम के बारे में बताया हुआ है मसलन जम्बूद्वीप, भारतखण्ड, हिमवर्ष, अजनाभवर्ष, भारतवर्ष, आर्यावर्त, हिन्द, हिन्दुस्तान और इंडिया।
निष्कर्ष
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को Hamara Desh Kab Azad hua Tha के बारे में विस्तार पूर्वक से महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की हुई है और हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आप लोगों के लिए काफी ज्यादा हेल्पफुल और उपयोगी साबित हुई होगी।
हमारे देश की आजादी से संबंधित हमने आपको इस लेख में जो भी जानकारी प्रदान की हुई है अगर वह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले ताकि अन्य लोगों को भी आप के जरिए इस महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में पता चल सके और उन्हें आगे ऐसे ही महत्वपूर्ण लेख को पढ़ने के लिए कहीं और बार-बार भटकने की बिल्कुल भी आवश्यकता ना हो।
यदि आपके मन में हमारे आज के इस महत्वपूर्ण लेख से संबंधित किसी भी प्रकार का सवाल या फिर कोई भी सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं हम आपके द्वारा दिए गए प्रतिक्रिया का जवाब शीघ्र से शीघ्र देने का पूरा प्रयास करेंगे और हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को शुरुआत से लेकर अंतिम तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आपका कीमती समय शुभ हो।