Tajmahal kahan hai – ताजमहल कहा है

दोस्तों हम जब भी किसी प्यार की निशानी के चीज के बारे में बात करते हैं। तो हमारे सामने ताजमहल का भी नाम आता है। क्योंकि ताजमहल को भी मुगलिया सल्तनत के राजा शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज के प्यार में ही बनवाया था। 

ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में से एक है और इसकी खूबसूरती पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। दुनिया के अलग-अलग कोने से लोग ताजमहल की खूबसूरती को देखने आते हैं। अगर आप भी ताजमहल को देखना चाहते हैं तो आपको यह पता होना चाहिए कि tajmahal kahan hai। 

अगर आप नहीं जानते हैं कि ताजमहल कहां हैं और जानना चाहते हैं। तो अभी आप सही जगह पर आए हैं। यहां पर आपको ताजमहल के बारे में बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी और इसके साथ-साथ आपको यह भी बताया जाएगा कि ताजमहल कहां हैं, ताजमहल का निर्माण किसने और कब करवाया था। 

ताजमहल के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए और यह जानने के लिए कि tajmahal kahan hai आप हमारे इस आर्टिकल को कृपया अंत तक पढ़ते रहे। 

ताजमहल का इतिहास 

अगर आप यह जानना चाहते हैं कि tajmahal kahan hai तो सबसे पहले आपको यह ज्यादा होगा की ताजमहल का इतिहास क्या है। इसके साथ-साथ आपको याद भी जानना होगा कि ताजमहल को किसने और कब बनवाया था। 

आप सभी को यह बात तो मालूम ही होगा कि ताजमहल हमारे भारत की शान है और दुनिया के सात अजूबों में शामिल है। ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में शामिल है जिसके कारण दुनिया भर के लोग ताजमहल को देखने आते हैं। 

ताजमहल का निर्माण करने में भारत के मजदूरों की बहुत ही कम सहायता ली गई है। कहने का मतलब यह है कि ताजमहल की डिजाइन को भारत के मजदूर द्वारा नहीं बनाया जा सका। इसलिए तुर्की अफगान आदि देशों से मिस्त्रीयों को बुलाया गया ताकि वह ताजमहल को अच्छे से बना सकें। 

ताजमहल सिर्फ संगमरमर के पत्थर द्वारा बनाया गया है जिस पर एक अलग तरह की कलाकारी की गई है। जो कलाकारी ताजमहल में लगे संगमरमर के पत्थर पर की गई है। वह सिर्फ और सिर्फ तुर्की के रहने वाले दक्ष कारीगर ही कर रहे थे। बाकी किसी को भी उस कलाकारी के बारे में कोई ज्ञान नहीं था। 

जैसे कि हमने आपको बताया कि बहुत ही कम लोग उस कलाकारी के बारे में जानते थे। इसलिए ताजमहल के निर्माण के 6 महीने पहले से कारीगरों की तलाश की जा रही थी। अंत में 37 दक्ष कारीगरों की तलाश हुई और उन लोगों को संगमरमर में अपनी कलाकारी दिखाने के लिए कही गई। 

37 दक्ष कारीगरों की देखरेख में 20000 मजदूरों को नियुक्त किया गया ताकि वह 20000 मजदूर 37 दक्ष कारीगरों की मदद कर सके। जितने संगमरमर पत्थर की आवश्यकता थी उतना संगमरमर पत्थर न हीं आगरा में उपस्थित था और ना ही पूरे भारत में। 

इसलिए मजदूरों के द्वारा राजस्थान से संगमरमर पत्थर मंगवाया गया। लेकिन राजस्थान में भी उतना संगमरमर पत्थर उपलब्ध नहीं था जितना ताजमहल को बनाने में लगने वाला था। इसलिए विदेशों से काफी उचित दामों पर संगमरमर पत्थर को मंगवाया गया। 

ऐसा कहा जाता है कि ताजमहल का निर्माण कार्य 1630 ईस्वी में शुरू हुआ था। इस ताजमहल को बनवाने में लगभग 22 वर्ष का समय लगा था। ताजमहल बनाने में 37 दक्ष मजदूर और 20000 सहायक मजदूर का योगदान रहा है। 

ताजमहल के मुख्य गुंबद को 60 फीट चौड़ा और 80 फीट लंबा बनाया गया है। इतना लंबा और चौड़ा इसलिए बनाया गया है क्योंकि यह कुंभट मुगलिया सल्तनत के राजा की मोहब्बत और सिद्धत का प्रतीक है। 

ऐसा माना जाता है कि जब ताजमहल बनकर तैयार हो गया था। तो ताजमहल को बनाने वाले सभी मजदूरों और कारीगरों की हाथ काट दी गई थी। मुगलिया सल्तनत के राजा शाहजहां ने ऐसा इसलिए किया था। ताकि यह लोग फिर से कोई दूसरा ताजमहल जैसा महल ना खड़ा कर दें। 

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ताजमहल को कब और किसने बनवाया था 

हमने आपको ऊपर यह बताया कि ताजमहल का इतिहास क्या है और किस तरह ताजमहल को बनवाने के लिए मजदूरों को जुटाया गया। इसके साथ हमने यह भी बताया कि ताजमहल को बनाने में कौन-कौन से मैट्रियल लगे। अब आप यह जानना चाहते होंगे कि ताजमहल को कब और किसने बनवाया था। 

जैसा कि हमने आपको ऊपर बता दिया है कि ताजमहल को बनवाने का कार्य 1630 इसवी में शुरू हुआ था और इसको बनवाने में करीब 22 साल लगे थे। 1630 में अगर आप 22 जोड़ते हैं तो यह निकल जाएगा कि ताजमहल का निर्माण कब हो चुका था। 

1630 में अगर हम 20 जोड़ते हैं तो 1652 आता है। कहने का मतलब यह है कि ताजमहल को 1652 मे ताजमहल बनकर तैयार हो चुका था। अब आप यह जानना चाहते होंगे कि आखिर ताजमहल को बनवाया किसने था। 

तो हम आपको बता दें कि ऐसा माना जाता है की शाहजहां ने ताजमहल को अपने तीसरी बेगम मुमताज महल के अंतिम ख्वाहिश को पूरा करने के लिए बनवाया था। जी हां दोस्तों जब मुमताज महल अंतिम हालात में थी। तो उन्होंने यही मांग किया था कि उनके नाम पर एक मकबरा का निर्माण किया जाए। उन्हीं की याद में मुगलिया सल्तनत के राजा शाहजहां ने ताजमहल का निर्माण करवाया था।

tajmahal kahan hai 

अब आप ताजमहल के बारे में सब कुछ जान चुके होंगे। तो अब आपका मन यह कह रहा होगा कि हम भी जाकर एक बार ताजमहल को देखें। अगर आप ताजमहल को देखना चाहते हैं तो आपको यह जानकारी होना जरूरी है कि tajmahal kahan hai। 

हम आपको बता दें कि ताजमहल उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में स्थित है। आगरा दिल्ली से 200 किलोमीटर की दूरी पर है। आप जब भी चाहे आगरा में जाकर ताजमहल को देख सकते हैं। 

निष्कर्ष 

आज की इस लेख में हमने भारत की शान ताजमहल के बारे में जाना। हमने इस आर्टिकल में जाना की tajmahal kahan hai, ताजमहल का निर्माण कब और किसने करवाया था और इसके साथ-साथ हमने यह भी जाना कि ताजमहल का इतिहास क्या है। 

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