Zip Code क्या होता है – जाने Zip Code का फुल फॉर्म हिंदी में

अक्सर आपने किसी ऑनलाइन फॉर्म को भरते वक्त या किसी पोस्टल सर्विस का इस्तेमाल करते वक्त जिप कोड या पिन कोड का इस्तेमाल किया होगा। यह कोड अलग-अलग इलाके को एक यूनिक नंबर देता है जिसके बारे में अगर आप नहीं जानते तो आपको Zip Code Kya Hota Hai के बारे में इस लेख में बताया गया है।

आज से तकरीबन 200 साल पहले इस तरीके को खोजा गया था ताकि अलग-अलग इलाके के पोस्ट ऑफिस के बारे में पता लगाया जा सके। एक जिप कोड ऐसा कैसे करता है, साथ हि जिप कोड और पिन कोड में क्या अंतर होता है के बारे में इस लेख में बताया गया है।

 Zip Code क्या होता है 

Zip Code Kya Hota Hai
Zip Code Kya Hota Hai

इलाके में जितने पोस्ट ऑफिस है उनके अंदर आने वाले इलाकों को पांच अंक का एक यूनिक कोड दिया जाता है जिसे zip code कहा जाता है।

जिप कोड की मदद से सरकार इलाकों को खोजती है जहां साधारण तरक्की अभी भी नहीं हुई है। इस तरह का कोड पिछड़े इलाकों को खोज कर उसमें तरक्की लाने का काम करता है। आपको बता दें कि इस जिपकोड में केवल संख्या होती है और उन संख्याओं में अलग-अलग इलाकों की जानकारी छुपी होती है।

Zip Code Full जान हिंदी में 

Zip Code का फुल फॉर्म Zonal Improvement Code होता है।

जोनल इंप्रूवमेंट कोड का मतलब होता है एक ऐसा इलाका जिसमें प्रगति की आवश्यकता हो। आज से कई साल पहले कुछ इलाके के लिए एक पोस्ट ऑफिस बनाया जाता था। अब हर इलाके को एक नंबर दे दिया गया है जिसे जिप कोड कहा जाता है या कुछ क्षेत्र में इसे पोस्टल कोड के नाम से भी जानते है।

Zip code के फीचर्स

जिप कोड मुख्य रूप से अमेरिका में इस्तेमाल किया जाता है भारत में इसे पिन कोड या पोस्टल कोड के नाम से जानते है। मगर यह कोड क्या दर्शाता है इसे समझने के लिए नीचे इसके कुछ फीचर्स दिए गए हैं उसे ध्यानपूर्वक पढ़ें – 

  • जिप कोड में 5 अंक होते हैं
  • जिप कोड का पहला नंबर अमेरिका के किसी क्षेत्र की तरफ इशारा करता है।
  • जिप कोड का दूसरा नंबर इलाके के मेन पोस्ट ऑफिस की तरफ इशारा करता है।
  • जिप कोड के आखिरी दो नंबर आपके इलाके के पोस्ट ऑफिस के बारे में बताते है।
  • इलाके के पोस्ट ऑफिस को ढूंढने के लिए जिप कोड का इस्तेमाल किया जाता है और उस पोस्ट ऑफिस से आपके घर का पता लगाया जाता है।

जिप कोड की शुरुआत कब हुई थी

अमेरिका में सबसे पहले जिप कोड का इस्तेमाल किया गया था। इसे 1 जुलाई 1963 को अमेरिकी आर्मी तक सामान पहुंचाने के लिए शुरू किया गया था। धीरे-धीरे इसका इस्तेमाल अमेरिका में सामान्य लोगों के पार्सल को एक जगह से दूसरे जगह तक ले जाने में इस्तेमाल किया जाने लगा। पहले जिप कोड 3 अंक का होता था उसमें चार अंक जोड़े जाते थे जो चार और अलग-अलग इलाके के लिए अलग-अलग होते थे। मगर इतना लंबा जिप कोड याद रखने में परेशानी होती थी इस वजह से धीरे-धीरे इसमें परिवर्तन किए गए। 1983 में जिप कोड को 5 अंक का बना दिया गया था उसके बाद इसकी प्रचलिता और बढ़ गई थी।

जिप कोड का मुख्य रूप से इस्तेमाल किसी सामान को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में किया जाता था। ऐसे में जिप कोड की मदद से किसी इलाके को समझने में आसानी होने लगी इस वजह से अलग-अलग आवेदन फॉर्म में एड्रेस के साथ-साथ जिपकोड लिखने की प्रथा शुरू की गई।

भारत में जब पोस्ट ऑफिस को दर्शाने के लिए किसी संख्या का इस्तेमाल करना था तब लोगों ने उस संख्या को पिन कोड का नाम दिया। इस वजह से अमेरिका में एड्रेस पता करने वाले इस संख्या को जिप कोड के नाम से जानते हैं और भारत में इसे पिन कोड या पोस्टल कोड के नाम से जाना जाता है। आपको यह भी बता दें कि भारत में पिन कोड पांच अंक का होता है जिसमें 1 से 8 तक के अंक का इस्तेमाल किया जाता है। आपको बता दें कि जिप कोड में 9 अंक का इस्तेमाल भारतीय आर्मी के लिए किया जाता है।

जिप कोड और पिन कोड में क्या अंतर है

आपने कहीं जिप कोड के बारे में सुना होगा तो कहीं पिन कोड के बारे में दोनों में क्या अंतर होता है उसे नीचे सूचीबद्ध किया गया है –

  • जिप कोड का इस्तेमाल अमेरिका में पोस्टल सर्विस के लिए किया जाता है।
  • पिन कोड का इस्तेमाल भारत में पोस्टल सर्विस के लिए किया जाता है।
  • Zip code का इस्तेमाल पहली बार किसी सामान को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए किया गया था।
  • जिप कोड विश्वयुद्ध के समय अमेरिका ने शुरू किया था और सालों बाद भारत ने इस तकनीक का इस्तेमाल पिन कोड के नाम से किया।

Zip code का फायदा क्या है?

जिप कोड या पिन कोड का इस्तेमाल क्यों करते हैं इससे हमें क्या लाभ होता है इसे समझने के लिए कुछ मुख्य बिंदुओं को नीचे सूचीबद्ध किया गया है –

  • जिप कोड की मदद से हम किसी भी इलाके के बारे में पता कर सकते है।
  • जिप कोड या पिन कोड किसी भी सामान को सही स्थान पर ले जाने में मदद करता है।
  • जिप कोड की मदद से सरकार पिछड़े इलाकों के बारे में पता करती है जहां प्रगति की जा सके।

जिप कोड का इस्तेमाल कहां करते है?

आप जिप कोड का इस्तेमाल कहां कर सकते हैं इसकी जानकारी नीचे सूचीबद्ध की गई है उसे ध्यानपूर्वक पढ़ें –

  • जिप कोड का इस्तेमाल किसी प्रोडक्ट को एक जगह से दूसरी जगह भेजने में किया जाता है।
  • जिप कोड का इस्तेमाल किसी तरह के सरकारी फॉर्म को भरने में किया जाता है।
  • ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त या कहीं रजिस्ट्रेशन करते वक्त जिप कोड या पिन कोड भरा जाता है।
  • जिप कोड का इस्तेमाल उस जानकारी को भरने में किया जाता है जहां एड्रेस भरा जाता है।

जिप कोड से संबंधित पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न

जिप कोड से संबंधित यहां पर पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर हमने यहां पर दिए हैं।

जिप कोड का फुल फॉर्म क्या है?

Zip Code का फुल फॉर्म Zonal Improvement Code होता है।

जिप कोड का इस्तेमाल सबसे पहले किसने किया था?

जिप कोड का इस्तेमाल सबसे पहले 1963 में विश्व युद्ध के वक्त अमेरिकी आर्मी ने किया था।

भारत में जिप कोड को क्या कहते है?

भारत में जिप कोड को पिन कोड या पोस्टल कोड कहा जाता है।

निष्कर्ष

आज इस लेख में हमने आपको Zip Code Kya Hota Hai के बारे में सरल शब्दों में समझाया है। इस लेख में हमने आपको जिप कोड पोस्टल कोड और इस तरह के अन्य जानकारियों के बारे में सरल शब्दों में समझाया है।

अगर हमारे द्वारा साझा की गई जानकारियों को पढ़ने के बाद आप जिप कोड के बारे में समझ पाए है तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा करें साथ ही अपने सुझाव और विचार कमेंट में बताना ना भूले।

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