Website In Hindi जब आप नेट चालू करते है और आपको गूगल पर कोई जानकारी ढूंढ नहीं होती है तो आप जानकारी को जहां पर पड़ते है वह एक वेबसाइट है जैसे आप इस जानकारी को पढ़ रहे हैं। जैसे-जैसे हम इंटरनेट और डिजिटल दुनिया की ओर बढ़ते जा रहे है वैसे वैसे हम यह समझते जा रहे है की इंटरनेट पर मौजूद सभी जानकारियां वेबसाइट के रूप में मौजूद है। ऐसे मे Website In Hindi को समझना काफी जरूरी हो गया है।
अगर इंटरनेट का इस्तेमाल करते हो तो आपके मन में भी यह ख्याल उमड़ता है कि वेबसाइट को हिंदी में क्या कहते हैं या इसका क्या अर्थ होता है तो आज के लेख में हम आपको Website In Hindi के बारे में बताने जा रहे है।
Website In Hindi – वेबसाइट की परिभाषा क्या है
अगर हम वेबसाइट की परिभाषा की बात करें तो बहुत सारे वेबपेज के समूह को हम वेबसाइट कहते हैं। उदाहरण के तौर पर आप इस लेख को जहां पढ़ रहे है यह एक वेब पेज है और ऐसे ही बहुत सारे वेबसाइट पर मौजूद है आप आसपास आर्टिकल और विकल्पों को देख पा रहे होंगे इसी तरह बहुत सारे वेबपेजेस को मिलाकर इस वेबसाइट को बनाया गया है।
हम कोडिंग के सहारे या किसी सॉफ्टवेयर के सहारे बहुत सारे वेबपेज बनाते है जिसमें अलग-अलग प्रकार की जानकारियों को देते है और उन सभी वेबपेज को एक साथ एक स्थान पर रखते हैं जिसे वेबसाइट कहा जाता है। इस तरह के वेबसाइट को खोलने के लिए हमें सॉफ्टवेयर या एप्लीकेशन की जरूरत पड़ती है जिसे हम ब्राउज़र कहते है जैसा कि हम अनुमान लगाते है आपने इस वेबसाइट को क्रोम के जरिए या गूगल के जरिए खोला होगा। तो करूं या गूगल एक सॉफ्टवेयर हुआ जो आपको बहुत सारे वेबपेजेस के समूह को देखने में मदद कर रहा है।
इसके अलावा गूगल पर मौजूद विभिन्न प्रकार की जानकारियों को अपनी सुविधा अनुसार इस्तेमाल करने के लिए आप क्रोम, गूगल, यूसी ब्राउजर, ओपेरा मिनी, जैसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते होंगे। ये सभी ब्राउज़र के प्रकार है जो आपको विभिन्न प्रकार के वेबसाइट का इस्तेमाल करने में मदद करते है।
वेबसाइट के कुछ अंग
किसी भी चीज को अच्छे से समझने के लिए आपको उसके अंगों को समझना आवश्यक है अर्थात अगर अब वेबसाइट को समझना चाहते हैं तो आपको यह भी समझना होगा कि वेबसाइट में ऐसा क्या होता है जो वह इस तरीके से काम कर पाता है। हम आपको वेबसाइट के कुछ अंग के बारे में बताएंगे जिसके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए।
Static Webpage
आपको हमने बताया कि वेबसाइट वेब पेज के जरिए बनता है। तब आप यह भी समझ गए कि वेबसाइट अलग-अलग प्रकार के वेब पेज से बनता है उसका सबसे सरल वेबपेज स्टैटिक वेब पेज होता है। वेबसाइट में कुछ ऐसे पेज होते है जिनका कंटेंट कभी भी नहीं बदलता वह पहले यूजर के लिए जैसा था वह आज की यूजर के लिए भी वैसा ही है। जैसे आप इस वेबसाइट पर अबाउट्स कॉन्टेक्ट्स और प्राइवेसी पॉलिसी जैसे कुछ पेज को देखेंगे जिनका कंटेंट कभी भी नहीं बदलता वह सालों से वह सही है, इस तरह के कंटेंट वाले वेब पेज को हम स्टैटिक वेब पेज कहते हैं।
Dynamic Webpage
जब आप इस वेबसाइट का यूआरएल अपने ब्राउजर में सर्च करके इसे खोलेंगे तो आप देखेंगे कि हर रोज इसका कंटेंट बदल जा रहा है। अर्थात जब हम कोई नया लेख आपके लिए लेकर आएंगे इस वेबसाइट का पेज बदल जाएगा और आपको एक नया कंटेंट दिखाई देगा इस तरह के वेबपेज को डायनेमिक वेब पेज कहते हैं।
इसका सबसे सरल उदाहरण फेसबुक और यूटयूब है अर्थात जब आप फेसबुक को ओपन करेंगे या यूट्यूब को ओपन करेंगे और जितनी दफा आप उसे काटकर ओपन करेंगे आप उतनी बार नए वीडियो को देख पाएंगे। अर्थात इस तरह के वेब पेज का कंटेंट बदल रहा है जब कंटेंट बदलता है तो इसे हम डायनेमिक वेब पेज कहते हैं।
Domain name
हर वेबसाइट का अलग-अलग नाम होता है जिस नाम के सहारे अब उस वेबसाइट को इंटरनेट में आसानी से ढूंढ पाते है उस नाम को ही डोमेन नेम कहा जाता है। आप हर वेबसाइट के नाम के अंत में .com या .in जैसे शब्द देखते होंगे इन्हें डोमिन एक्सटेंशन कहा जाता है जो आपके वेबसाइट के नाम के साथ जुड़ जाता है और डोमेन नेम बनता है। इस बात को हमेशा याद रखें कि एक डोमेन नेम से केवल एक वेबसाइट बन पाती है अर्थात एक नाम से दो वेबसाइट कभी नहीं हो सकती।
Server
जब हम वेबसाइट बनाने की बात करते है तो सबसे पहला शब्द जो हमारे दिमाग में आना चाहिए वह सर्वर है। ऐसा इसलिए, क्योंकि जब आप अपनी वेबसाइट पर कोई भी जानकारी देंगे तो वह इंटरनेट में एक जगह पर डेटाबेस के रूप में जमा होता है जिसके सहारे आप बाद में उन जानकारियों का इस्तेमाल कर सकते है और जिस स्थान पर आप अपनी वेबसाइट की सभी जानकारी को जमा करते है उसे ही सरवर कहा जाता है।
कुछ कंपनियां अपना सर्वर खुद बनाती है जैसे गूगल और फेसबुक इनकी जानकारी यह अपने खुद के बनाए सर्वर पर रखते है इनके अलावा और भी ऐसी बहुत सारी कंपनियां मौजूद है। मगर जब हम और आप जैसे लोग वेबसाइट बनाते है तो वह किसी थर्ड पार्टी के सहारे अपनी वेबसाइट की जानकारी को डेटाबेस के रूप में जमा करते है जिसे सरवर कहा जाता है।
वेबसाइट के प्रकार
जब आप वेबसाइट के बारे में समझ रहे है तब इस बात को भी गौर करें कि वेबसाइट के दो प्रकार होते हैं।
Static Websites
Dynamic Websites
Static Websites
जब हम बहुत सारे वेबपेज के संगठन को बनाने के लिए कंप्यूटर भाषा का इस्तेमाल करते है और एक ऐसा वेबसाइट तैयार करते है जिसे कंप्यूटर भाषा से बनाया गया हो उसे स्टेटिक वेबसाइट से कहा जाता है। आमतौर पर किसी कंपनी की वेबसाइट या ऑनलाइन शॉपिंग करने वाली साइट्स स्टेटिक वेबसाइट में आती है। वैसे इस वेबसाइट की सबसे बड़ी खासियत है कि यह आपकी जानकारी की वजह से खुलने में या ब्राउज़र पर चलने में दिक्कत पैदा नहीं करता। मगर इसकी सबसे बड़ी खामी यह है कि इसमें किसी भी तरह का बदलाव करने में आपको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
Dynamic websites
यह दूसरा तरह का वेबसाइट है जिसे आजकल सबसे अधिक इस्तेमाल किया जा रहा है। जिस वेबसाइट पर आप इस लेख को पढ़ रहे है यह एक डायनेमिक वेबसाइट है अर्थात इसकी जानकारी वक्त के साथ बदलती रहती है और इस वेबसाइट को बनाने के लिए कंप्यूटर भाषा का इस्तेमाल नहीं बल्कि कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम (CMS) का इस्तेमाल किया गया है। आज विभिन्न प्रकार के कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम हमारे पास मौजूद है जिनका इस्तेमाल करके आप अपनी सभी जानकारियों को रख सकते है और बड़ी आसानी से उस CMS को सर्वर के साथ जोड़ सकते है और चंद मिनटों में आपकी एक वेबसाइट तैयार हो जाएगी जिसकी जानकारी आप अपनी सुविधा अनुसार कभी भी बदल सकते हैं।
आज सबसे प्रचलित CMS WORDPRESS को माना जा रहा है। गूगल के एक सर्वेक्षण के अनुसार आजकल हम जितने वेबसाइट का इस्तेमाल कर रहे है उसमें से 60% तक वर्डप्रेस पर बनी हुई होती है।
वेबसाइट इन हिंदी? से संबंधित पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न एवं उनके उत्तर
वेबसाइट की परिभाषा क्या है? से संबंधित पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण चार प्रश्नों के यहां पर उत्तर दिए गए हैं।
Q. वेबसाइट कितने प्रकार के होते हैं?
वेबसाइट दो प्रकार के होते हैं स्टैटिक और डायनामिक।
Q. वेबसाइट किसे कहते हैं?
बहुत सारे वेबपेज के समूह को हम वेबसाइट कहते हैं।
Q. वेबसाइट की सारी जानकारियां कहां रहती है?
वेबसाइट की सभी जानकारियां इंटरनेट पर एक खास जगह पर स्टोर की जाती है जिससे सरवर कहते हैं।
Q. वेबसाइट को कैसे पहचानते हैं?
किसी भी वेबसाइट को उसके डोमेन नेम से पहुंचाना चाहता है एक दो महीने में से केवल एक वेबसाइट बन सकती है।
निष्कर्ष
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को Website In Hindi के बारे में विस्तार पूर्वक से जानकारी प्रदान की हुई है और हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा प्रस्तुत किया गया आज का यह लेख इस विषय पर आपको काफी ज्यादा हेल्पफुल लगा होगा।
अगर आपके मन में हमारे आज के इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल या फिर कोई भी सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बताइए हम आपके द्वारा दिए गए प्रतिक्रिया का जवाब शीघ्र से शीघ्र देने का पूरा प्रयास करेंगे।
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