Sabse Pahla Computer Ka Naam Kya Tha – सबसे पहले कंप्यूटर का इतिहास

Sabse Pahla Computer Ka Naam Kya Tha आज हमारे बीच विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर है और हर कोई चाहता है कि इन कंप्यूटरों का इतिहास और उनके बारे में सभी प्रकार की जानकारी हासिल करें। इस लेख में हम आपको सबसे पहले कंप्यूटर का क्या नाम था और उसके बाद कंप्यूटर ने आज तक का सफर कैसे हासिल किया इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे। 

आपको जानकर हैरानी होगी कि कंप्यूटर का इतिहास 3000 वर्ष पुराना है अर्थात पहला कंप्यूटर आज से 3000 साल पहले चीन में बना था आज भी उस कंप्यूटर का इस्तेमाल चीन, जापान, मालदीप जैसे कुछ देशों में होता है इसके बारे में संपूर्ण जानकारी इसलिए हमें दी गई है। 

दुनिया के सबसे पहले कंप्यूटर का क्या नाम था

Sabse Pahla Computer Ka Naam Kya Tha – जैसा कि हमने आपको बताया कंप्यूटर की शुरुआत आज से 3000 साल पहले चीन में हुई थी उस वक्त हर काम खुद से किया जाता था किसी भी प्रकार के मशीन का इस्तेमाल चलन में नहीं था मगर तभी एक यंत्र बनाया गया जिससे गिनती करना आसान हो जाए अर्थात हम जोड़ घटाव और रखी भी बहुत सारी चीजों को गिन कर स्टोर करके रख सकते थे, और उस यंत्र का नाम abacus था। 

Abacus को चीन मैं बनाया गया था इसका मुख्य काम जोड़ना और घटाना था आज भी इसके कुछ प्रारूप मौजूद है जिनका इस्तेमाल आज भी चीन और जापान के कुछ हिस्सों में किया जाता है। 

कंप्यूटर किसने बनाया

कंप्यूटर की शुरुआत 1 अगस्त से हुई अबाकस को किसने बनाया यह आज तक निश्चित नहीं हो पाया है बस इतना मालूम चला है कि इस यंत्र की खोज चीन में हुआ था इसके बाद 16वी सदी से लोगों ने विभिन्न प्रकार के यंत्रों की खोज की जिनसे उनके रोजमर्रा के काम आसान हो सके धीरे-धीरे 19वीं सदी में चार्ल्स बैबेज ने कुछ ऐसे डिजाइन और यंत्र सब के समक्ष पेश किए जिसने कंप्यूटर का इतिहास ही बदल दिया। 

हम जानते है की कंप्यूटर आज कंप्यूटर विभिन्न प्रकार के होते हैं मगर शुरुआत में केवल जोड़ घटाव करने के ही कंप्यूटर हुआ करते थे जिनमें सबसे प्रचलित अबाकस और पास्कलाइन हुआ करता था। 

कंप्यूटर का इतिहास

अगर हम कंप्यूटर की इतिहास की बात करें तो आज से 3000 वर्ष पूर्व अबाकस नाम का एक कंप्यूटर बना था जिसके बारे में पूरी दुनिया को 16वी सदी में अच्छे से पता चला और लोगों ने इस तरह के और यंत्र बनाने का ख्वाब देखा उस दौर में शुरुआत पास्कलाइन से हुई बजेल पास्कल नाम के एक गणितज्ञ और भौतिक शास्त्री ने अपने घर में घड़ी और ओडोमीटर के सिद्धांत पर एक यंत्र बनाया। 

एक चरखुटा लकड़ी का टुकड़ा जिस पर इकाई, दहाई, सैकड़ा, हजार में बहुत सारे अंक लिखे हुए थे उनमें 2 सुइया थी जिससे आप आदेश दे सकते थे जोड़ने और घटाने का और संयंत्र आपको बहुत सारे उनको जोड़ कर बता देता। 

नेफर बोने

यह यह दूसरा प्रचलित कंप्यूटर था जिसे नेफार बोन नाम के एक विज्ञानिक ने बनाया था। इस यंत्र में विभिन्न प्रकार के चीजें लगी थी जो आपस में कार्य करके गुणनफल बता दी थी अर्थात इस यंत्र का इस्तेमाल जोड़ने घटाने के अलावा गुणा और भाग आज ऐसे कामों के लिए भी किया जाता थ। 

1617 में इसके आविष्कार ने पूरी दुनिया का रुख बदल कर रख दिया इसके बाद पास्कलाइन आया जिसके बारे में हमने आपको ऊपर बताया है। बाजेल पास्कलिन के पासकालीन ने पूरी दुनिया में प्रचलित तहसील की उस यंत्र के माध्यम से जोड़ घटाव गुणा भाग जैसे कार्य बहुत आसान हो गए ऐसा कह सकते हैं कि हमारे समक्ष सबसे पहले एक डिजिटल कैलकुलेटर के रूप में पास्कलाइन ही आया था। 

डिफरेंट इंजन

इसके बाद 19वीं सदी में कंप्यूटर की खोज बड़ी तीव्र हो गई कई सालों तक पास्कलाइन से काम चलता रहा मगर लोगों को बड़े-बड़े हिसाब करने में काफी दिक्कत आती थी जब उन सभी हिसाब किताब को चेक किया जाता था तो पास्कलाइन द्वारा किए गए हिसाब किताब में काफी गलतियां आती थी इसीको सुधारने के लिए 19वीं सदी में चार्ल्स बैबेज ने डिफरेंट इंजन नाम की एक मशीन बनाई। 

कंप्यूटर के इतिहास में 19वीं सदी को कंप्यूटर का स्वर्ण युग कहा जाता है यही वह साल था जब चार्ल्स बबेज ने आज के आधुनिक कंप्यूटर की नींव रखी है उनके द्वारा बनाया गया डिफरेंट इंजन गियर और शिफ्ट से चलता था गियर को चलाने के लिए भाप का इस्तेमाल किया जाता था यह इंजन बहुत बड़े आकार का था सभी प्रकार के ही गणितज्ञ हिसाब किताब यह कंप्यूटर बड़ी सरलता से कर देता था इसके अलावा यह कंप्यूटर अन्य मशीनों को काबू करने का काम भी करता था। 

एनालाटिकल इंजिन 

इस मशीन को देखकर अंग्रेज सरकार के मन में ख्याल आया कि हम और भी विभिन्न प्रकार के मशीनों को इस मशीन से काबू करेंगे और दुर्घटनाओं के सभी हिसाब किताब को काफी जल्दी कर लिया जाएगा इसके लिए इस मशीन को बड़े पैमाने पर बनाया जाए इसलिए चार्ल्स बबेज को खूब सारे पैसे दिए गए और उसके बाद चार्ल्स ने एनालिटिकल इंजन बनाया जो डिफरेंट इंजन का एक विकसित रूप था और 1833 में बने इस इंजन ने कंप्यूटर जगत की शुरुआत की इस कार की वजह से हम चार्ल्स बबेज को कंप्यूटर का जनक कहते हैं। 

पहला प्रोग्रामेबल कंप्यूटर का नाम 

हम आज जिस कंप्यूटर का इस्तेमाल कर रहे है वह प्रोग्रामेबल कंप्यूटर है क्योंकि हम अपनी बात को एक प्रोग्रामिंग भाषा के जरिए कंप्यूटर तक पहुंचाते है उसके बाद कंप्यूटर उस बात को समझता है और हमें हमारा रिजल्ट देता है। 

अब तक अब सबसे पहले कंप्यूटर के बारे में समझ गए होंगे मगर अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि आज आप जैसा कंप्यूटर देख रहे है इस प्रकार का प्रोग्राम में बल कंप्यूटर पहला कौन सा था। 

1938 में जर्मनी के एक इंजीनियर और आविष्कारक कोनार्ड जूसू ने freely programmable binary driven mechanical computer का आविष्कार किया। यह कंप्यूटर चार्ल्स बैबेज के बनाए गए इंजन पर काम करता था इसका नाम काफी बड़ा था इस वजह से उन्होंने इसे VersuchsModell 1 का नाम दिया। 

इस कंप्यूटर में हम प्रोग्रामिंग भाषा का इस्तेमाल करके अपनी जानकारी स्टोर कर सकते थे इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के ऑटोमेटिक चीजों को अंजाम दे सकते थे दूसरे विश्वयुद्ध में इस कंप्यूटर ने काफी अहम भूमिका निभाई उस वक्त इस कंप्यूटर के नाम को बदलकर Z1 रख दिया गया। 

Z1 के अविष्कार के वजह से कुणाल जुसू को आधुनिक कंप्यूटर का जनक माना जाता है। इस कंप्यूटर में बहुत सारे पीतल के सीट का इस्तेमाल किया गया था जिस वजह से यह कंप्यूटर हजार किलो का था और इसमें दो लाख से ज्यादा पार्ट पुर्जे का इस्तेमाल किया गया था। 

पहला कमर्शियल कंप्यूटर का नाम

यह सब कंप्यूटर तो केवल पर्सनल इस्तेमाल है या सरकारी जगहों पर इस्तेमाल करने के लिए किया गया था मगर UNIVAC I वह पहला कंप्यूटर था जिसे कमर्शियल इस्तेमाल के लिए शुरू किया गया था या वह कंप्यूटर था जिसे कोई भी आम इंसान खरीद सकता था मगर उस जमाने के हिसाब से यह काफी महंगा था जिस वजह से इसे केवल अमीर लोग खरीदा करते थे। 

यह पहला कमर्शियल कंप्यूटर था जिसकी खोज J. Presper Eckert और John Mauchly ने की थी। इस कंप्यूटर को प्रोग्रामिंग भाषाओं के जरिए चलाया जाता था यह भी काफी आकार में बड़ा था इस कंप्यूटर को चलाने के लिए आपको अपने रूम को ठंडा रखने की आवश्यकता थी पूरे एक कमरे का यह कंप्यूटर आपके लिए प्रोग्रामिंग कर सकता था और किसी भी जानकारी को स्टोर करके रखने का कार्य करता था। 

यह पहला कमर्शियल कंप्यूटर था जिसका इस्तेमाल प्राइवेट कंपनियां कुछ दुकानदार और बड़े-बड़े उद्योगपति 19वीं सदी में किया करते थे। हालांकि इसके बाद कमर्शियल कंप्यूटर नहीं पर्सनल कंप्यूटर आ गया अर्थात ऐसा कंप्यूटर जी से आप आराम से अपने घर में रख कर अपने पर्सनल का मुख्य लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। 

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पहला पर्सनल कंप्यूटर का नाम

पहला पर्सनल कंप्यूटर 1975 में Ed Robert के द्वारा बनाया गया था। पहले पर्सनल कंप्यूटर का नाम Altair 8800 था। यह कंप्यूटर 1975 में काफी प्रचलित हुआ यह कमर्शियल कंप्यूटर के जितना बड़ा नहीं था ना ही इसे चलाने के लिए आपको अपने रूम को बहुत ज्यादा ठंडा रखने की आवश्यकता थी हालांकि आज के कंप्यूटर के मुकाबले यह कंप्यूटर काफी बड़ा ही था। 

उस जमाने के कुछ कंप्यूटर कम्पनी के नाम

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि आज हम जिन कंपनियों के कंप्यूटर खरीद रहे है उस जमाने में भी इन्हीं कंपनियों के कंप्यूटर बिका करते थे। 

Commodore – यह कंप्यूटर बनाने वाली कंपनी थी जिसे 1977 में शुरू किया गया था इसका पहला पर्सनल कंप्यूटर Commodore PET था। 19वीं सदी में इस कंप्यूटर की मांग काफी अधिक थी। 

Hewlett Packard (HP) – हम आज भी एचपी कंपनी के कंप्यूटर या लैपटॉप खरीदते है आपको बता दें कि यह कंपनी 1966 में शुरू हुई थी और इसका पहला कंप्यूटर HP 2115 था। 

Compaq – 100% IBM compatible कंप्यूटर बनाने का श्रेय इस कंपनी को ज्यादा है 1983 ने Compaq Portable नाम का एक कंप्यूटर बनाया जिससे इस कंपनी को काफी लाभ हुआ और इस कंपनी ने काफी अच्छा मुनाफा कमाया। 

Dell – यह कंपनी भी कंप्यूटर बनाने वाली काफी पुरानी कंपनी है 1985 में शुरू हुई इस कंपनी ने विभिन्न प्रकार के पर्सनल कंप्यूटर बनाएं और इस कंप्यूटर के द्वारा बनाया गया सबसे पहला सफल कंप्यूटर Turbo PC था। 

उम्मीद करते हैं इस लेख में बताए हुए सभी जानकारी के मुताबिक अब यह समझ गए होंगे कि सबसे पहला कंप्यूटर का नाम क्या था और कौन सी कंपनी सबसे पहले आई थी। 

सबसे पहले कंप्यूटर के अविष्कार से संबंधित पूछे जाने वाले प्रश्न एवं उनके उत्तर 

दुनिया के सबसे पहले कंप्यूटर के अविष्कार से संबंधित पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न एवं उनके उत्तर यहां पर दिए गए हैं। 

Q  सबसे पहला कंप्यूटर कौन सा था?

विश्व का सबसे पहला कंप्यूटर अबाकस था जिसे चीन में 3000 साल पहले बनाया गया था।

Q  सबसे पहला कमर्शियल कंप्यूटर कौन सा था?

सबसे पहला कमर्शियल कंप्यूटर UNIVAC I था। इसे Presper Eckert और John Mauchly ने बनाया था इस कंप्यूटर ने हमारे रोजमर्रा के जीवन में कंप्यूटर के इस्तेमाल को बढ़ाने का कार्य किया।

Q कंप्यूटर की सबसे पहली कंपनी कौन सी थी?

पर्सनल कंप्यूटर बनाने वाली सबसे पहली कंपनी Commodore थी, जिसे 1977 में शुरू किया गया था।

Q  कंप्यूटर किसने बनाया?

सबसे पहला कंप्यूटर अबाकस था उसे किसने बनाया यह पता नहीं चल पाया है मगर कंप्यूटर के जनक हम चार्ल्स बब्बेज को मानते हैं।

निष्कर्ष

आज के इस महत्वपूर्ण लेख में हमने आप सभी लोगों को Sabse Pahla Computer Ka Naam Kya Tha इस विषय पर विस्तार पूर्वक से जानकारी प्रदान की हुई है और हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई आज की यह जानकारी आपको कंप्यूटर के क्षेत्र में नॉलेज संबंधित जानकारी सिद्ध हुई होगी। शायद आपको दुनिया के सबसे पहले कंप्यूटर के बारे में भी हमारे इस महत्वपूर्ण लेख के जरिए जानकारी पता चल चुकी होगी जो कि काफी यूज़फुल है।

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