Pio Full Form In Hindi – पीआईओ कार्ड कैसे बनाएं

आपने कभी ना कभी पीआईओ के बारे में तो जरूर सुना होगा। यदि आप फौरन कंट्री में रहते हो परंतु आप की मूल नागरिकता हिंदुस्तान की है तो आपके पास पीआईओ डॉक्यूमेंट होना अनिवार्य है और अगर आपको पता नहीं है कि आखिरकार पीआईओ क्या है और Pio Full Form In Hindi क्या होगा?  तो आज आप हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को शुरू से लेकर अंतिम तक पढ़ें क्योंकि हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से पीआईओ के बारे में पूरी विस्तृत जानकारी देंगे जो आपके लिए काफी ज्यादा उपयोगी होने वाली है।

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पीआईओ क्या है

पीआईओ एक ऐसा दस्तावेज है जिससे पता चलता है कि एक ऐसा व्यक्ति जो कभी भी इंडिया के साथ जुड़ा था और वह अब किसी इंटरनेशनल सिटीजनशिप के साथ विदेश में रह रहा है तो उसे भारत में आने के लिए और दोबारा वहां पर जाने के लिए पीआईओ कार्ड की आवश्यकता होगी।

जैसा कि आप जानते होंगे हमारे भारतीय मूल के कई लोग विदेशों में उनकी सिटीजनशिप के साथ रह रहे हैं परंतु कहीं ना कहीं उनका मूल जड़ हमारे भारत से जुड़ा हुआ है ऐसे लोगों के लिए ही पीआईओ कार्ड को जारी किया जाता है ताकि वह इंटरनेशनल सिटीजनशिप के साथ भी भारत में आ जा सके।

Pio Full Form In Hindi – पीआईओ का हिंदी में फुल फॉर्म

पीआईओ का इंग्लिश में फुल फॉर्म पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजन होता है और इसे हिंदी में भारतीय मूल का व्यक्ति कहा जाता है। इसका तात्पर्य व्यक्ति का ओरिजन इंडियन होता है परंतु वह फॉरेन कंट्री में उनके सिटीजनशिप के साथ रहता है।

पीआईओ बनाने के लिए रिक्वायरमेंट

यदि आपको पीआईओ कार्ड बनवाना है तो आपको कुछ रिक्वायरमेंट को पूरा करना होगा जो कि भारत सरकार के द्वारा निर्धारित किया गया है और इस रिक्वायरमेंट के बारे में हमने नीचे पॉइंट के माध्यम से आपको जानकारी दिए और एक बार आप नीचे जानकारी को ध्यान से जरूर पढ़ें। 

  • आप इंडिया के ओरिजिन से संबंध रखते हो।
  • किसी दूसरे इंटरनेशनल कंट्री में आपका सिटीजनशिप हो।
  • वह या उसके माता पिता व दादा 1935 से पूर्व भारत के नागरिक रेह चुके हो।
  • आपकी उम्र कम से कम 16 या फिर 18 वर्ष के बीच में होनी चाहिए। 

पीआईओ बनाने के लिए डाक्यूमेंट्स

जब आप पीआईओ बनाने के लिए अपना आवेदन करने के लिए जाओगे तब उस दौरान आपसे कुछ दस्तावेजों की मांग की जाएगी और आपके पास उन सभी दस्तावेज होने चाहिए और वह सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज क्या है इसकी जानकारी हमने नीचे पॉइंट के माध्यम से आपको समझाई है। 

  • जिसके पास भारत का पासपोर्ट हो।
  • मूल समाप्त/मौजूदा भारतीय पासपोर्ट।
  • भारत के समाप्त हो चुके पासपोर्ट की एक प्रति।
  • दादा-दादी या माता-पिता के भारतीय पासपोर्ट की फोटोकॉपी / मूल प्रति।
  • दादा-दादी या माता-पिता के जन्म का प्रमाण पत्र
  • दादा-दादी या माता-पिता की राष्ट्रीयता का प्रमाण पत्र।
  • दादा-दादी या माता-पिता का स्कूल/कॉलेज छोड़ने का प्रमाण पत्र।
  • यदि आवेदक भारतीय मूल के व्यक्ति का जीवनसाथी है तो उसे निम्नलिखित प्रस्तुत करना चाहिए।
  • भारतीय पासपोर्ट/भारतीय मूल के व्यक्ति का मूल रूप में पति या पत्नी का कार्ड।
  • शादी का मूल प्रमाण पत्र।
  • पासपोर्ट साइज फोटो।

पीआईओ बनाने के लिए फीस

जब आप पीआईओ बनवाने के लिए अपना आवेदन करने के लिए जाते हो तब आपको दौरान फीस का भुगतान करना पड़ता है यदि आप की उम्र 18 वर्ष से ऊपर है तो आपको 370 अमेरिकी डालर देने पड़ सकते हैं और वही अगर आपकी उम्र 18 वर्ष या फिर इससे कम है तो आप को करीब $185 रुपए का भुगतान करना पड़ सकता है। 

पीआईओ कार्ड कैसे बनाएं

पीआईओ बनाने के लिए आप जहां भी जिस किसी भी कंट्री में रहते हो आपको उस कंट्री में अपने भारतीय दूतावास में जाना होगा और वहां पर जाकर के इसके लिए आवेदन देना होगा फिर आप आसानी से पीआईओ बनवा सकते हो।

चलिए अब हम आप सभी लोगों को इसी संबंध में आवेदन करने की कंप्लीट जानकारी के बारे में बताते हैं और आप नीचे दिए गए प्रत्येक स्टेप्स को ध्यान से पढ़ें और उसे फॉलो करें फिर आप आसानी से अपना पीआईओ के लिए आवेदन दे पाओगे।

1. भारतीय दूतावास में जाएं

आप चाहे जिस भी किसी इंटरनेशनल कंट्री में रहते हो आपको वहां पर अपने भारतीय दूतावास में जाना होगा। उदाहरण के तौर पर अगर आप अमेरिका में रहते हो तो आपको अमेरिका में भारतीय दूतावास जाना है और वहां पर पीआईओ बनवाने के बारे में संबंधित अधिकारी को जानकारी देनी है।

2. संबंधित अधिकारी के सवालों का जवाब दें

अब संबंधित अधिकारी आपसे कुछ सवाल करेगा ताकि वह साफ तौर पर समझ सके कि आप किस लिए पीआईओ बनवाना चाहते हो और क्या आप इसके लिए योग्य भी हो या फिर नहीं इसीलिए पूरा कॉर्पोरेट करते हुए आप संबंधित अधिकारी को सही सही जानकारी बताएं और कोई भी जानकारी को गलत तरीके से ना बताएं।

3. आवेदन फॉर्म प्राप्त करें

आपसे जानकारी पूछ लेने के बाद संबंधित अधिकारी आपको पीआईओ में आवेदन करने के लिए एक आवेदन फॉर्म देगा और आपको सबसे पहले आवेदन फॉर्म को प्राप्त कर लेना है।

4. आवेदन फॉर्म में सही जानकारी भरें

अब आपको आवेदन फॉर्म जब प्राप्त हो जाए तब आपको आवेदन फॉर्म में एक-एक करके पूछी जा रही जानकारी को सही सही तरीके से भरते चले जाना है और ध्यान रहे आप कोई भी गलत जानकारी आवेदन फॉर्म में बिल्कुल भी ना करें नहीं तो आपका आवेदन रिजेक्ट हो सकता है।

5. आवेदन फॉर्म में डॉक्यूमेंट अटैच करें

अब आपको आगे जब आप अपना आवेदन फॉर्म पूरे तरीके से भर लें तब आपको इसमें मांगे जा रहा है सभी प्रकार के आवश्यक डॉक्यूमेंट को अटैच कर देना है और ध्यान रहे आप सभी डाक्यूमेंट्स की प्रतिलिपि यानी की फोटो कॉपी को ही अटैच करें।

6. भारतीय दूतावास में इसे जमा करें

जब आपका आवेदन फॉर्म पूरी तरीके से भरकर तैयार हो जाए तब आप इसे अपने नजदीकी भारतीय दूतावास के कार्यालय में जाएं और वहां पर संबंधित अधिकारी के पास आवेदन फॉर्म को सबमिट कर दें।

7. आवेदन फॉर्म की फीस भरे

अब यहां पर आपने जो अपना आवेदन फॉर्म जमा किया है उसे फाइनली सबमिट करने से पहले आपको निर्धारित फीस का भुगतान करने के लिए कहा जाएगा और यह कैश मनी के रूप में लिया जाएगा। यहां पर आपसे जो भी अमाउंट बताया जा रहा है आप उस अमाउंट का भुगतान कर दीजिए।

8. आवेदन फॉर्म की रसीद प्राप्त करें

जब आपका आवेदन फॉर्म पूरा हो जाए और जमा हो जाए तब आप संबंधित अधिकारी से इसकी रसीद को जरूर प्राप्त करें या आगे चलकर आपके काफी काम में आएगी और इसे अपने पास सुरक्षित रखें जब तक आप को पीआईओ कार्ड मिल नहीं जाता है। 

एनआरआई और पीआईओ में क्या अंतर है 

एन आर आई का मतलब एक ऐसा व्यक्ति जो मूल रूप से भारतीय निवासी जो विदेश में कुछ समय के लिए रहता है और वही पीआईओ का मतलब एक ऐसा व्यक्ति जो कभी भूतकाल में भारत देश से जुड़ा हुआ था या फिर उसके पूर्वज जुड़े हुए थे।

चलिए अब हम आप सभी लोगों को आगे एन आर आई और पीआईओ के बीच के कुछ अंतर को समझाने का प्रयास करते हैं ताकि आपके मन में कोई भी डाउट इस चीज को लेकर ना रहे और ना ही कोई कंफ्यूजन बचें इसके लिए आप नीचे दिए गए पॉइंट को ध्यान से जरूर पढ़ें और अच्छे से समझने का प्रयास करें।

  • एन आर आई का मतलब होता है नॉनरेजिडेंट इंडियन और वहीं पर पी आई ओ का फुल फॉर्म पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजिन होता है।
  • एक एन आर आई व्यक्ति मूल रूप से भारती निवासी होता है परंतु कुछ समय के लिए वह विदेश में रह सकता है और वही पीआईओ के अंतर्गत आने वाला व्यक्ति इंटरनेशनल सिटीजनशिप के साथ किसी भी देश में रहता है परंतु उसका ताल्लुक कभी ना कभी भारत से जुड़ा हुआ होता है।
  • एन आर आई के लिए हम पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भूटान, चीन, ईरान, श्री लंका, नेपाल, बांग्लादेश, आदि देशो को जोड़ सकते है लेकिन इन देशों में पीआईओ की सुविधा प्रदान नहीं की जाती।
  • पीआईओ के अंतर्गत सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार का कोई रिश्तेदार भारतीय होना चाहिए या उसके माता-पिता, दादा-दादी 15 अगस्त 1947 के बाद भारत के नागरिक रहे हो या बनने योग्य हों जबकि एन आर आई व्यक्ति के पास उसके खुद भारतीय निवासी होने की नागरिकता रहती है और उसके पास भारत का पासपोर्ट होता है।
  • पीआईओ कार्डधारक व्यक्ति हमारे देश में जमीन नहीं खरीद सकता बल्कि एन आर आई व्यक्ति हमारे देश में आसानी से जमीन खरीद सकता है।
  • एक पीआईओ कार्ड धारक को भारत में किसी भी प्रकार की मेडिकल फैसिलिटी पर कोई भी कंसेशन नहीं मिलता वहीं पर एक एन आर आई व्यक्ति को हमारे देश में मेडिकल फैसिलिटी पर कंसेशन दिए जाने का प्रावधान है।
  • एक पीआईओ कार्ड धारक को भारत में किसी भी प्रकार के व्यवसाय को करने के लिए कुछ शुल्क डिस्काउंट के जरिए देना पड़ता है और वही एन आर आई व्यक्ति को कोई भी शुल्क देने की जरूरत नहीं है।

पीआईओ फुल फॉर्म से संबंधित पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न

यहां पर हमने पीआईओ से संबंधित आप लोगों द्वारा पूछे जाने वाले कुछ प्रश्नों के उत्तर दिए हैं।

Q. पीआईओ कार्ड कितने दिन के लिए वैलिड होता है?

यदि आप पीआईओ कार्ड बनवा लेते हो तो यह लगभग 15 सालों के लिए वैलिड होता है और उसके बाद इसे दोबारा शुल्क देकर रिन्यू करवाना पड़ता है।

Q. विदेश में रहने वाले व्यक्ति को क्या कहते हैं?

विदेश में रहने वाले व्यक्ति को एन आर आई यानी कि अप्रवासी भारतीय कहते हैं।

निष्कर्ष

हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को Pio Full Form In Hindi के बारे में विस्तार पूर्वक से यूज़ फुल जानकारी दिए और साथ ही साथ पीआईओ कार्ड बनवाने के प्रोसेस के बारे में भी बताया है। यदि आपको जानकारी अच्छी लगी तो सोशल मीडिया पर शेयर करें और किसी भी प्रकार के अतिरिक्त जानकारी के लिए नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स का इस्तेमाल करें।

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