भारत एक बहुत ही बड़ा देश है और इसी देश में अलग-अलग धर्मों के लोग एक साथ मिलकर रहते हैं और इन्हें कई वर्गों में बांटा गया है जिनमें से एक ओबीसी आता है ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि OBC ka matlab क्या होता है और ओबीसी में कौन-कौन सी जातियां मिलती हैं ।
जब आप ऑनलाइन फॉर्म भरते हो तो ऐसे में फॉर्म को भरते समय ओबीसी का ऑप्शन देखने को मिल जाता होगा जो कि आप समझ नहीं पाते हो कि इस ऑप्शन में क्या भरा जाता है ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए ओबीसी के बारे में बहुत कुछ जानकारी बताने वाले है जो कि आपके लिए बहुत ही ज्यादा लाभदायक हो सकते है ऐसे में आप हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़े ताकि आपको हमारा जाले समझ में आ सके।
obc ka matlab क्या होता है
अगर आप ओबीसी का मतलब जानना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि ओबीसी एक तरह की कैटेगरी है जिसमें कई जातीयां आती है। भारत के संविधान के अनुसार ओबीसी कैटेगरी में उन जातियों को रखा जाता है जिनको शैक्षणिक रूप से पिछड़ा माना जाता हो।
कहने का मतलब यह है कि जिस जाति के लोग थोड़े कम पढ़े लिखे होते हैं या फिर उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर रहती है उस जाति के लोगों को ओबीसी की कैटेगरी में रखा जाता है।
2011 की जनगणना के अनुसार भारत में 42 परसेंट जनसंख्या ओबीसी की है। चुकी ओबीसी कैटेगरी के लोग आर्थिक रूप से या फिर शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्ग के माने जाते हैं।
इसलिए सरकार की तरफ से इन्हें हर चीज पर 27 परसेंट तक की आरक्षण दी जाती है। भारत के संविधान में ओबीसी को एक पिछड़े वर्ग की तरह वर्णित किया गया है और उन लोगों को बढ़ने के लिए 27 फ़ीसदी तक की छूट दी जाती है ताकि वह लोग सामान्य जाति की तरह आगे बढ़े।
ओबीसी का फुल फॉर्म क्या होता है
आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि ओबीसी का फुल फॉर्म क्या होता है। तो हम आपको बता दें कि ओबीसी का फुल फॉर्म अदर बैकवर्ड क्लास होता है।
1979 से पहले ओबीसी कास्ट की कहीं भी चर्चा नहीं थी और ना ही ओबीसी कास्ट को संविधान में लिखा गया था। लेकिन 1979 में जब मंत्रिमंडल में ओबीसी कास्ट बनाने के लिए चर्चा शुरू हुई। उसके बाद इस कास्ट का निर्माण किया गया और इस कास्ट में गरीब परिवारों को रखा गया।
सरकार की यही कोशिश थी कि इस कास्ट में ज्यादातर लोग मजदूर हो या फिर गरीब परिवार के लोग हो। जिनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो।
1990 में बी पी सिंह के सरकार के सिफारिश पर मंडल आयोग द्वारा यह फैसला लिया गया कि ओबीसी कैटेगरी वाले सभी लोगों को सरकार की तरफ से लाभ मिलने जरूरी है।
जिसके बाद ओबीसी कैटेगरी वाले सभी लोगों को सरकारी नौकरी से लेकर शिक्षण संस्थान तक में 27 परसेंट की आरक्षण मिलने लगी।
ओबीसी में कौन-कौन सी जाति आती है
ओबीसी एक ऐसा राज्य होता है जिनमें सैकड़ों से अधिक जातियां शामिल होती है और यह हर एक राज्य में अलग-अलग जातियां ओबीसी में शामिल होती है ओबीसी में बहुत ही ज्यादा जातियां होती हैं।
अगर आप ओबीसी की पूरी जातियां के बारे में जानकारी पाना चाहते हो तो ऐसे में आप इसकी अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पूरी जातियां के नाम जान सकते है इस वेबसाइट पर हर एक राज्य से संबंधित पूरी जातियों के नाम बताया हुआ है हमने आपको कुछ नीचे ओबीसी में आने वाली जातियों के नाम बताया हुआ है जिसे आप पढ़ कर बहुत ही आसानी से समझ सकते हो।
- अहीर
- जांगिड़, खाती
- बंजारा, बलादिया, लबाना
- चरण
- डकैत , देशांतरी , रंगासामी, एंडभोपा
- दरोगा, दरोगा राजोद, रवाना राजपूत, हजूरी वजीर
- धाकड़
- गडरि, घोषी
- घांची
- गुज्जर
- जनवा, सीरवी
- जुलाहा हिंदू मुसलमान
- कलाल
- कंडेला, पिंजरा, मंसूरी
- किरार
- लखेरा, मनिहार
- लोहार, पांचाल
- माली सैनी, बागवान
- मिरासी, घड़ी
- नाइ, साइंन, वेदनाइ
- पटना फडल
- रावत
- सतीया सिंधी
- सिल्कीबाल
- तमोली
- ठठेरा, कंसारा, भरावा
- मोची
- जूनगर
- बरी
- कसाइ
- कलबी
- राइ सिख
- सिंधी मुसलमान
- बढ़वा, घाट
- बगारिया
- भार भुजा
- छिप्पा छीपी, भावसार
- दमामी, नगार्ची
- दर्जी
- धीवर, माली ,कीर, मल्लाह ,महरा
- गाड़िया लोहार, गादोला
- गिरी गोसाई
- हेला
- जोगी, नाथ
- कच्ची, कच्ची कुशवाहा
- कांबी
- खारोल
- लोधी
- महा ब्राह्मण आचारै
- मेर
- मोगी, मोग्या
- न्यारिया
- राइका, रेवारी
- साद, स्वामी
- सिकलीगर
- स्वर्णकार, सुनार, सोनी
- तेली
- सक्का भिस्ती
- रंगरेज, नीनगर
- जाट (भरतपुर एंड धौलपुर के जिलों को छोड़कर)
- फकीर
- सिलावट
- भटिआरा
- मेघ
- देशवाली
ओबीसी के फायदे
ओबीसी में निम्नांकित फायदे होते हैं यह फायदे सरकार की तरफ से लोगों को मिलता है और ओबीसी में ऐसी कई सारी छूट आती है जो कि गरीब परिवार के लिए बहुत ही बड़ी बात होती है हम आपकी जानकारी के लिए ओबीसी में कुछ आने वाले फायदों के बारे में जानकारी देने वाले है जिसे आप पढ़ कर बहुत ही आसानी से आए हुए ओबीसी का लाभ उठा सकते हो।
- ओबीसी में सरकार की तरफ से छात्रों को स्कॉलरशिप की सुविधा देती है और स्कॉलरशिप उन लोगों को पढ़ाई से रिलेटेड सामग्री लेने के लिए स्कॉलरशिप देती है इस तरीके से ओबीसी मिलती हैं।
- ओबीसी में 27% सरकारी नौकरी निकलती है और 27% ही लोगों को नौकरी मिलने की चांसेस भी रहती हैं।
- ओबीसी में जितने भी गरीबी रेखा के लोग रहते हैं उन लोगों को सरकार की तरफ से बहुत ही ज्यादा लाभ मिल जाती हैं।
- ओबीसी गरीबी रेखा में आती है और ओबीसी में सरकार की तरफ से नौकरी पाने के लिए कम से कम आपकी उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- ओबीसी में ज्यादातर गरीब लोगों को बहुत ही ज्यादा सुविधा मिल जाती है इस तरीके से ओबीसी के लाभ के बारे में जानकारी जान सकते हो।
- अगर आप ओबीसी जाति में यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा देते हो ऐसे में इस परीक्षा में आपको उम्र की छूट मिल जाती हैं।
ओबीसी के नुकसान
ओबीसी में ज्यादातर लाभ ही होते है परंतु ओबीसी में बहुत ही कम नुकसान होते है ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए ओबीसी में आने वाले कुछ नुकसान के बारे में जानकारी देने वाले है जो कि आपके लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं।
ओबीसी में एससी एसटी की तुलना में लोगों को आरक्षण का काम दिया जाता है और यही काम लोगों को बहुत ही ज्यादा नुकसान दायक होता है क्योंकि यह काम सरकार की तरफ से नहीं होता है इसलिए ओबीसी में सबसे बड़ा नुकसान यही माना जाता हैं।
एससी एसटी कैटेगरी में कई प्रकार के लाभ होते है जो ओबीसी और जनरल कैटेगरी को नहीं मिल पाते है इस तरीके से आप ओबीसी में आने वाले नुकसान के बारे में जानकारी जान सकते हो।
ओबीसी का मतलब से संबंधित पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न
यहां पर हमने ओबीसी से संबंधित आप लोगों द्वारा पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर दिए हैं।
Q. ओबीसी की संख्या कितनी है?
44.4% ओबीसी: देश के 17.24 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से 44.4 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से हैं।
Q. SC ST OBC का मतलब क्या होता है?
(SC) को हिंदी में अनुसूचित जाति आ जाता है, (ST) को अनुसूचित जनजाति कहा जाता है, (OBC) को अन्य पिछड़ा वर्ग कहा जाता है।
निष्कर्ष
अपने-अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख के माध्यम से आप सभी लोगों को OBC ka matlab क्या होता है? के बारे में कंप्लीट जानकारी दी है और हमें उम्मीद है कि आप लोगों के लिए यह लेख काफी उपयोगी जरूर साबित हुआ होगा। लेख पसंद आने पर आप इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें और साथ ही साथ किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स का भी इस्तेमाल अवश्य करें।