मॉडेम क्या है – मॉडेम के कितने प्राकर है और कैसे काम करता है (2022 में)

स्तों आप आज के समय में अपने सभी प्रकार के कामों को करने के लिए लैपटॉप या फिर डेक्सटॉप का सहारा लेते हैं परंतु क्या आपको पता है कि लैपटॉप में या फिर लैपटॉप में इंटरनेट चलाने के लिए हमें किस डिवाइस का इस्तेमाल करना पड़ता है। हमें मॉडेम के सहायता से लैपटॉप या फिर डेक्सटॉप में इंटरनेट को कनेक्ट करवाना होता है परंतु क्या आप जानते हो कि Modem Kya hai जिसके सहायता से हम अपने लैपटॉप या फिर डेक्सटॉप को इंटरनेट से कनेक्ट कर पाते हैं।


अगर आपके मॉडेम के बारे में कोई जानकारी नहीं है तो आपको आज हम अपने एक महत्वपूर्ण लेख के जरिए इस विषय पर विस्तार पूर्वक से जानकारी देंगे और इतना ही नहीं हम आपको अपनी इसी लेख में मॉडेम कैसे काम करता है और इसका क्या इस्तेमाल है? के बारे में कंप्लीट जानकारी देंगे और अगर आपको इन सभी जानकारी के बारे में विस्तार पूर्वक से जानना है तो आज आप हमारे द्वारा दी गई लेख में यह जानकारी ध्यानपूर्वक पढ़ें और हमारे लेख को शुरू से लेकर अंतिम तक पढ़े ताकि आपको हमारी यह जानकारी समझ में आ सके और आपसे कोई भी जानकारी

मॉडेम क्या है

इंटरनेट चलाने के लिए अलग-अलग तरह के यंत्र का इस्तेमाल किया जाता है उनमें से एक प्रचलित यंत्र को मॉडेम के नाम से जाना जाता है। मगर इस यंत्र का अलग-अलग तरह से इस्तेमाल किया जाता है यह डिजिटल सिग्नल को एनालॉग सिगनल में परिवर्तित करने के काम आता है जिस वजह से मॉडेम का मुख्य रूप से इस्तेमाल आपने टेलीफोन लाइन में देखा होगा। आज इस लेख के माध्यम से हम Modem Kya hai के बारे में जानकारी देने का प्रयास करेंगे जिसे पढ़ने के पश्चात अब समझ पाएंगे कि इस यंत्र का इस्तेमाल कैसे और क्यों किया जाता है।


आज से कुछ साल पहले मॉडेम का मुख्य रूप से इस्तेमाल लोग इंटरनेट चलाने के लिए करते थे यह एक ऐसा यंत्र होता था जिसमें सिम लगाया जाता था आज भी इसका इस्तेमाल किया जाता है मगर इंटरनेट चलाने के लिए इस यंत्र का इस्तेमाल बहुत कम किया जा रहा है

मुख्य रूप से यह एक ऐसा यंत्र है जो डिजिटल सिग्नल को एनालॉग में बदलता है जिस वजह से इसका इस्तेमाल मोबाइल फोन में या कंप्यूटर की जानकारी को ध्वनि में बदलने के लिए कंपनी के द्वारा किया जाता है इसके बारे में अगर आप अधिक जानकारी जानना चाहते हैं तो मॉडेम क्या है कि हमारे इस लेख के साथ अंत तक बने रहें और बताए गए निर्देशों का आदेश अनुसार पालन करें।

मॉडर्न कितने प्रकार का होता है

अब चलिए हम मॉडेम के प्रकार के बारे में जानकारी दे देते हैं। अगर आप बाजार में जाओगे मॉडेम लेने के लिए तो आपको कितने प्रकार के मॉडल उपलब्ध मिलेगी इसके बारे में आपको तो पता होना ही चाहिए ताकि आप अपने आवश्यकता और सुविधा अनुसार मॉडेम की खरीदारी कर पाओ। अब चलिए हम मॉडेम के प्रकार के बारे में विस्तार से जान लेते हैं जिसकी जानकारी इस प्रकार से नीचे विस्तृत रूप में बताई गई है।

External Modem

यह एक बॉक्स होता है, जो मॉडेम के Circuit को कंप्यूटर के बाहर रखता है। यह कंप्यूटर से एक USB cable या फिर Firewire की सहायता से जुड़ता है। इस प्रकार के मॉडल में थोड़ा इंटरनेट स्पीड अच्छा मिलता है। 

Internal Modem

यह एक सर्किट बोर्ड होता है जो कंप्यूटर के Expansion Slot में प्लग होता है। आजकल मॉडेम PC Card के रूप में आते हैं, जो Laptop में होता है। इसे मोबाइल फोन से Connect करके Data Transmit कर सकते है। इस प्रकार का मॉडल भी बहुत ही ज्यादा बेहतरीन मॉडेम होता है और इंटरनेट की स्पीड भी इसमें हमें अच्छी खासी मिल जाती है। 

Fax Modem

इस Modem का प्रयोग, कंप्यूटर को Fax Machine के रूप में कर सकते हैं। इस तरह के मॉडेम का प्रयोग कर Fax Exchange किया जा सकता है। इस प्रकार के मॉडेम में आप आसानी से सेक्स संबंधित कामों को अच्छे गुणवत्ता वाले क्वालिटी के साथ बहुत ही कम समय में कर सकते हैं।

मॉडेम के फीचर 

यह यंत्र क्यों इतना प्रचलित है कैसे कार्य करता है इसके बारे में नीचे सरल शब्दों में समझाने का प्रयास करने के लिए इस यंत्र के कुछ खास फीचर्स के बारे में बताया गया है जिसे पढ़ने के बाद आप समझ पाएंगे की इसकी प्रचलिता के पीछे का कारण क्या है।

  • मॉडेम एक ऐसा यंत्र है जो दो अलग-अलग तरह के यंत्रों को जोड़ने का कार्य करता है जिस वजह से आप इसे कंजक्शन यंत्र या कम्युनिकेटर यंत्र भी कह सकते हैं।
  • कंप्यूटर का इंटरनेट एनालॉग होता है मगर जानकारी डिजिटल होती है इस वजह से कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ने के लिए मॉडेम का इस्तेमाल किया जाता है दूसरी तरफ मोबाइल पर बात करने वाली सभी जानकारी एनालॉग होती है उसे दूसरे मोबाइल या कंप्यूटर तक पहुंचाने के लिए डिजिटल में बदलना आवश्यक है तो वहां मॉडेम का इस्तेमाल होता है।
  • जैसा कि बताया गया मॉडेम एक सिग्नल को दूसरे सिग्नल में बदलने का काम करता है यह जितनी तेजी से यह काम करेगा उतना तेजी से इंटरनेट का फायदा आपको मिलेगा मतलब इंटरनेट की तेजी करने के लिए मॉडेम की क्वालिटी पर निर्भर करती है।
  • आज इंटरनेट की सुविधा कंप्यूटर तक पहुंचाने के लिए वायर और वायरलेस मॉडेम का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिस वजह से आप अधिक तेज इंटरनेट का इस्तेमाल कर पा रहे हैं।

मॉडेम का उपयोग कहां कहां पर किया जाता है

अब चलिए हम आपको बताते हैं कि मॉडेम का उपयोग कहां कहां पर किया जाता है। जिसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी नीचे बताई गई है।

Data compression

मॉडर्न का उपयोग डाटा कंप्रेशन के रूप में भी किया जाता है डाटा कंप्रेशन का तात्पर्य सही मात्रा में और एक सिग्नल क्वॉलिटी के साथ इंटरनेट उपलब्ध करवाना होता है और डाटा को फोन लाइंस के माध्यम से भेज देता है दूसरे कंप्यूटर तक इस बीच में इंटरनेट कनेक्शन में कोई भी बाधा मॉडेम के जरिए उपलब्ध नहीं होती है।

Error correction

जब आप कहीं इंटरनेट की सहायता से डाटा भेजते हो तो उस समय बहुत ज्यादा फिक्र होती है कि हमारा डाटा सही से पहुंचेगा या फिर नहीं या फिर बीच में किसी भी प्रकार का एयर तो नहीं आ जाएगा। अगर आप वही मॉडेम का उपयोग करते हो तो आपको इस प्रकार की टेंशन को लेने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि मैडम इंटरनेट कनेक्शन में और डाटा ट्रांसफर करने के दौरान किसी भी प्रकार की रुकावट उपलब्ध नहीं करता और एयर होने का चांस बिल्कुल 99.99 प्रतिशत ही होता है।

Modem speed

अगर आपको बहुत ही खराब क्वालिटी का इंटरनेट उपलब्ध होता है और आप इंटरनेट के खराब कनेक्शन की वजह से अपने काम को नहीं कर पाते हो या फिर आपके काम को करने में आपको बहुत ज्यादा समय लग जाता है तो ऐसे में आप मॉडेम का यूज़ करिए आपको मॉडेम के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध होगा जिससे आप अपने सभी प्रकार के इंटरनेट से जुड़े हुए कार्यों को अच्छे से और जल्दी-जल्दी कर पाओगे।

मॉडेम क्यों इस्तेमाल किया जाता है

ऊपर बताई गई जानकारी को पढ़ने के बाद आप समझ गए होंगे कि मॉडेम एक बहुत ही आवश्यक यंत्र है जिसका इस्तेमाल आजकल इंटरनेट को तेज बनाने और डिजिटल और एनालॉग यंत्र को आपस में जोड़ने के लिए किया जाता है मगर केवल इतना समझना काफी नहीं है मॉडेम के इस्तेमाल को अच्छे से समझने के लिए इसका इस्तेमाल क्यों किया जाता है नीचे स्पष्ट रूप से बताया गया है।

जैसा कि हमने अब तक आपको बताया कि मॉडेम एक मॉड्यूलशन और डेमाड्यूलेशन करने वाला यंत्र है इसका मतलब इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से डिजिटल जानकारी को एनालॉग और एनालॉग जानकारी को डिजिटल में बदलने के लिए किया जाता है। इंटरनेट एक एनालॉग सिग्नल है मगर उस इंटरनेट की मदद से आप जितनी जानकारी गूगल पर ढूंढते हैं वह सब डिजिटल जानकारी है इस वजह से एक कंप्यूटर में मॉडेम का होना आवश्यक है ताकि वह इंटरनेट के एनालॉग सिग्नल को आवश्यकता अनुसार डिजिटल सिग्नल में बदल सके। 

मॉडेम का इस्तेमाल मोबाइल को या कंप्यूटर को इंटरनेट से कनेक्ट करने के अलावा टेलीफोन लाइन में भी किया जाता है ताकि टेलीफोन की एनालॉग जानकारी को डिजिटल सिग्नल में बदलकर एक कंप्यूटर में स्टोर किया जा सके। इस तरह से मॉडेम का इस्तेमाल इंटरनेट और मोबाइल के जितना तेजी से बढ़ता जा रहा है इसके एनालॉग को डिजिटल और डिजिटल को एनालॉग में बदलने की क्षमता का इस्तेमाल अलग-अलग प्रकार के यंत्र में भी किया जा रहा है।

मॉडेम के फायदे

मॉडेम का इस्तेमाल करके अलग-अलग तरह के तकनीक का हम सरलता से इस्तेमाल कर पा रहे हैं और अपने जीवन को सरल बना पाए हैं इसके बारे में अधिक जानकारी जानने के लिए मॉडेम के फायदों को सूचीबद्ध तरीके से नीचे प्रस्तुत किया गया है उन्हें ध्यानपूर्वक पढ़ें – 

  • मॉडेम का इस्तेमाल इंटरनेट और मोबाइल को आपस में कनेक्ट करने के लिए किया जाता है।
  • मॉडेम के वजह से हम तेज इंटरनेट का लाभ उठा पाते है।
  • मॉडेम के वजह से दो टेलीफोन के बीच बात तो हो पाती है।
  • मॉडेम एक ऐसा तकनीक है जिसमें डिजिटल सिग्नल को एनालॉग सिगनल में बदला जाता है और इस तकनीक के जरिए इंसानी सभ्यता ने अलग-अलग क्षेत्र में काफी तरक्की की है।

मॉडेम के नुकसान

वक्त के साथ हर चीज पुरानी हो जाती है नए-नए तकनीक और तरक्की सामने आने पर हमें हर चीज़ में नुकसान नजर आने लगता है मॉडेम भी उनमें से एक है और आपको यह बात समझाने के लिए मॉडेम के नुकसान को सूचीबद्ध तरीके से बताने का प्रयास किया गया है – 

  • मॉडेम यंत्र अब पुराना हो चुका है और इसके स्थान पर हमें नए और उम्दा तकनीक की आवश्यकता है।
  • Modem modulation और demodulation करने के लिए अलग-अलग तरह के तकनीक का इस्तेमाल करता है जिस वजह से यह काफी धीरे हो चुका है।
  • आज मॉडल का तकनीक पुराना होता जा रहा है क्योंकि यह वर्तमान समय में मौजूद अलग-अलग तरह के तकनीक के मुकाबले धीरे काम करता है।

मॉडेम का फुल फॉर्म क्या है

क्या आपको पता है कि मॉडेम का फुल फॉर्म क्या है? अगर आपको नहीं पता तो कोई बात नहीं यहां पर हम आपको चलिए बता देते हैं कि मॉडेम का क्या फुल फॉर्म होता है।

Modem Full Form – “Modulation-Demodulation”.

यह डिवाइस Modulation और Demodulation, दोनों करने में सक्षम है, इसलिए इसका नाम “मॉडेम” (Modem) रखा गया।

मॉडेम कैसे काम करता है

अगर आप जानना चाहते हो कि मॉडेम कैसे काम करता है? तो इसके लिए आपको इसके कार्यों को समझना होगा। जब आप इसके कार्यों को समझ जाओगे तो आपको आसानी से समझ में आ जाएगा कि मॉडेम आखिर कार्य कैसे करता है।

Modulation के समय Modem कंप्यूटर के Digital Signal को Analog में बदलता है, जो फोन लाइन पर Transmit होता है। इसका ठीक उल्टा Demodulation के दौरान होता है, जब Modem, Telephone Line से Analog Signal प्राप्त कर इसे कंप्यूटर के Digital Signal में परिवर्तित करता है।

अगर साधारण शब्दों में इसके कार्य को समझे तो मॉडेम (Modem) का प्रयोग लाइन की सहायता से दो Computers को जोड़ने के लिए होता है। Internet प्रयोग करने के लिए कंप्यूटर तथा फोन लाइन के साथ Modem का होना अत्यंत आवश्यक होता है।

मॉडेम का आविष्कार किसने किया

जब आपने मॉडेम के बारे में इतना जान लिया तो अब आपके मन में सवाल उठता होगा कि आखिर Modem Ka Avishkar Kisne Kiya? तो हम आपकी जानकारी के लिए आपको बता देगी, 1962 में, Bell 103 ने AT&T Corporation द्वारा पहला मॉडेम जारी किया गया था।

इतना ही नहीं फिर इसके बाद 56K Modem का आविष्कार 1996 में “Dr. Brent Townshend” ने किया था “ब्रेंट टाउनसेंड” वह व्यक्ति है जिन्होंने 56K Bit/Sec Modem बनाने के लिए विचार किया था और फिर उनका यह विचार सफल भी रहा।

राउटर और मॉडेम में क्या अंतर होता है

एक राउटर और मॉडेम के बीच यह अंतर है कि एक मॉडेम आपको इंटरनेट से जोड़ता है और एक राउटर आपके डिवाइस में इंटरनेट कनेक्शन वितरित करता है। राउटर की इतनी क्षमता नहीं होती है कि वह अपने आप से आपको इंटरनेट कनेक्शन से जोड़ सकें। एक मॉडेम आपको वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) या इंटरनेट से जोड़ने की हाई क्षमता रखता है। 

दूसरी ओर, एक राउटर आपके उपकरणों को आपके लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) या वाईफाई नेटवर्क से सिर्फ जोड़ने की क्षमता रखता है और यह आपके डिवाइसेस को एक दूसरे के साथ वायरलेस तरीके से संचार करने देता है। अगर हम साधारण शब्दों में राउटर और मॉडेम के बीच का अंतर समझे तो हम आपको बता दें कि मॉडेम आपके लिए इंटरनेट कनेक्शन का एक प्रवेश द्वार होता है और वही राउटर आपके केवल डिवाइसेस के लिए एक सेंट्रल हब है।

FAQ About Modem Kya Hai

Q. मॉडेम से आप क्या समझते है?

मॉडेम एक खास किस्म का हार्डवेयर यंत्र है जिसका काम है कंप्यूटर या टेलीफोन से तार के जरिए जुड़ना और डिजिटल सिग्नल के रूप में आने वाली जानकारी को एनालॉग सिग्नल के रूप में बदलना और एनालॉग सिग्नल के रूप में आने वाली जानकारी को डिजिटल सिग्नल में बदलना।

Q. मॉडेम का मुख्य उपयोग क्या है?

टेलीफोन लाइन में एनालॉग जानकारी दी जाती है जबकि कंप्यूटर में डिजिटल जानकारी होती है मॉडेम का मुख्य कार्य होता है टेलीफोन और कंप्यूटर को जोड़ना और एनालॉग जानकारी को डिजिटल ग्रुप में बदलकर कंप्यूटर तक पहुंचाना और कंप्यूटर के डिजिटल जानकारी को एनालॉग में बदलकर टेलीफोन लाइन तक पहुंचाना।

Q. मॉडेम का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?

मॉडेम का इस्तेमाल किया जाता है ताकि इसे कंप्यूटर के साथ जोड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान तक जानकारी को भेजा जा सके।

निष्कर्ष

आज के इस महत्वपूर्ण लेख में हमने आप सभी लोगों को Modem Kya Hai? और मॉडेम का आविष्कार किसने किया? के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की हुई है। हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई आज की यह जानकारी आपके लिए काफी ज्यादा मॉडेम से संबंधित यूज़फुल और हेल्पफुल रही होगी। अब आपको मॉडेम से संबंधित कहीं और जानकारी सर्च करने की आवश्यकता नहीं होगी।

अगर आपको आज का हमारा यह लेख अच्छा लगा हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल हैंडल पर शेयर करना ना भूले ताकि आप के माध्यम से अन्य लोगों को भी इस महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में पता चल सके और उन्हें इस जानकारी के बारे में जानने हेतु कहीं और भटकने की आवश्यकता ना हो। 

इसके अलावा अगर आपके मन में हमारे आज के इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल या फिर सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हो। हमारे इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद और आपका कीमती समय शुभ हो।

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