Laptop Ka Full Form – लैपटॉप फुल फॉर्म इन हिंदी

दोस्तों आज के समय में कंप्यूटर का जमाना है और लगभग अब सभी प्रकार के कार्य घर बैठे या फिर ऑनलाइन कंप्यूटर के सारे ज्यादातर किए जाते हैं। कंप्यूटर कई प्रकार के होते हैं और कंप्यूटर का सबसे छोटा रूप लैपटॉप का होता है। ज्यादातर लोगों के पास लैपटॉप ही होता है क्या आपको पता है कि आखिर Laptop Full form In Hindi यानी कि लैपटॉप का फुल फॉर्म क्या है? अगर आपको लैपटॉप के फुल फॉर्म और इसके इतिहास के बारे में जानकारी चाहिए। 

तो आज आपको इस लेख में इसी विषय पर विस्तार पूर्वक जानकारी मिलने वाली है। यदि आपको लैपटॉप के बारे में कंप्लीट जानकारी चाहिए तो आज आप इस लेख में दी गई जानकारी को बिल्कुल भी मिस ना करें और हमारे आज के इस महत्वपूर्ण लेख को शुरुआत से लेकर अंतिम तक ध्यानपूर्वक पर जरूर पढ़ें ताकि आपको इस विषय पर जानकारी हासिल करने के लिए इंटरनेट पर आपको दोबारा अपना समय व्यर्थ ना करना पड़े।

Laptop किसे कहते है 

लैपटॉप, डेस्कटॉप कंप्यूटर का एक छोटा स्वरूप है। कंप्यूटर के बड़े स्वरूप को कहीं पर भी ले जाना आसान नहीं था और इसी चीज को ध्यान में रखकर के कंप्यूटर के छोटे स्वरूप लैपटॉप का निर्माण किया गया। साधारण शब्दों में डेक्सटॉप कंप्यूटर का पर्सनल और कंफर्टेबल उपयोग ही लैपटॉप कहलाता है।

लैपटॉप के दो भाग होते हैं जो आपस में एक कब्जे के सहारे जुडे रहते हैं। ऊपर वाले भाग में स्क्रीन होती हैं तथा नीचे वाले भाग में अन्य कम्प्युटिंग उपकरण जुडे रहते हैं। इसका डिजाईन Clamshell Form Factor पर आधारित होता हैं। 

लैपटॉप की बनावट तथा फ़ीचर्स के कारण इसे नोटबुक कंप्यूटर तथा नोटबुक डिवाइस आदि नामों से भी जाना जाता हैं। वर्तमान समय के सभी आधुनिक कंप्यूटर की स्क्रीन एलसीडी/एलईडी डिस्पले के रूप में आती है। और इसमें Thin-Screen तकनीक का उपयोग होता हैं। कंप्यूटर की तरह एक लैपटॉप में सभी इनपुट तथा आउटपुट घटक मौजूद होते हैं। 

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Laptop का इतिहास

दोस्तों जिस प्रकार से कंप्यूटर का इतिहास काफी रोचक है ठीक उसी प्रकार से लैपटॉप का भी इतिहास काफी ज्यादा रोचक है और इसके लिए चलिए अब हम आप सभी लोगों को आगे लैपटॉप के कुछ महत्वपूर्ण इतिहास से संबंधित जानकारी देते हैं और आप इसके लिए नीचे दी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़े ताकि आपको लैपटॉप के इतिहास के बारे में पता हो।

1981

अधिकतम इतिहासकारों की मानें तो Osborne 1 को पहले मोबाइल कंप्यूटर (लैपटॉप, नोटबुक) के रूप में स्वीकार किया गया था। Adam Osborne, एक pre-book Publisher, ने ओसबोर्न कंप्यूटर की स्थापना की और 1981 में ओसबोर्न 1 का गठन किया। यह एक मोबाइल कंप्यूटर (लैपटॉप, नोटबुक) था जिसका वजन लगभग 11kgs और $1795 की लागत थी। ओसबोर्न 1 में पांच इंच की स्क्रीन थी, जिसमें एक मॉडल पोर्ट, दो 5 1/4 Floppy Drive, अनेकों सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन का एक बड़ा संग्रह और एक बैटरी पैक शामिल था। कंप्यूटर कंपनी विफल रही और लैपटॉप का यह पहला माड्यूल पूरी तरीके से उपयोग हीन रहा। 

1975

दुनिया का सबसे पहला पोर्टेबल कंप्यूटर IBM 5100 था, जिसे सितंबर 1975 में जारी किया गया था। इसका वजन 55-पाउंड था, जो आज तक किसी भी अन्य कंप्यूटर की तुलना में बहुत हल्का  पोर्टेबल था। जबकि वास्तव में आज के मानकों के अनुसार लैपटॉप नहीं है, इसने वास्तव में पोर्टेबल कंप्यूटर, यानि लैपटॉप के विकास का मार्ग प्रशस्त किया और इसमें लैपटॉप को को पोर्टेबल बनाने के लिए आप ही अच्छे से कार्य किया गया था।।

1976

एलन के को 1976 में ज़ेरॉक्स PARC में काम करते हुए लैपटॉप कंप्यूटर का विचार आया, इसे डायनाबूक कहा गया। उन्होंने अपने डायनाबूक का एक प्रोटोटाइप डिवेलप करने में मदद की और जिसे आधिकारिक तौर पर ज़ेरॉक्स नोट टेकर नाम प्रदान किया गया।

1979

बिल मोग्रिज ने 1979 में GRiD कम्पास को डिजाइन किया, जो उस समय का सबसे ज्यादा पोर्टेबल कंप्यूटर और लैपटॉप कंप्यूटर का निकटतम उदाहरण के रूप में जाना गया। अंतरराष्ट्रीय एयरोनॉटिक कंपनी नासा ने 1980 के दशक की शुरआत में अपने अंतरिक्ष यान प्रोग्राम में GRiD कम्पास का इस्तेमाल किया था।

1983

रेडियो शेक ने 1983 में USA में TRS-80 मॉडल 100 पोर्टेबल कंप्यूटर को लांच किया था। इसमें एक एलसीडी डिस्पले का उपयोग किया गया था, जो उस सुविधा के साथ पहले पोर्टेबल कंप्यूटरों। TRS-80 मॉडल 100 मूल रूप से क्योसेरा द्वारा निर्मित और जापान में बेचा गया था, लेकिन बाद में इसके अधिकार radio shack को बेच दिए गए।

1991

अपने Macintosh पोर्टेबल लैपटॉप के फ्लॉप होने के बाद, Apple ने अपने लैपटॉप की पुरानी कमियों पर दोबारा से कार्य करना शुरू किया और अपने सिस्टम को बेहतर बनाने की कोशिश करने लगे और तब समय आया अक्टूबर 1991 में लैपटॉप की PowerBook लाइन जारी करने का और उसी समय पावर बुक को लांच किया गया।

1992

Microsoft और Intel ने लैपटॉप कंप्यूटरों के लिए APM (Advanced Power Management) दोबारा अच्छे तरीकों से विकसित करने और जारी करने के लिए मिलकर काम किया।

1994

IBM ने 1994 में थिंकपैड 775 CD जारी किया, जो एक एकीकृत CD-ROM ड्राइव की सुविधा वाला पहला लैपटॉप था। आईबीएम कंपनी के थिंकपैड को भी काफी ज्यादा पसंद किया गया और उस समय वे काफी पोर्टेबल लैपटॉप हुआ करता था।

2002

जापान की तोशीबा कंपनी ने 2002 में तोशीबा पोर्टेज 2000 को जारी किया, सबसे मोठे हिस्से में केवल इंच की ऊंचाई पर विकसित किया जाने वाला सबसे पतला लैपटॉप था। इसमें लैपटॉप में पहली 1.8 इंच  ड्राइव भी शामिल है। तोशीबा कंपनी के इस लैपटॉप को भी काफी ज्यादा पसंद किया गया और उस समय इसकी सेलिंग भी काफी ज्यादा अच्छी हुई थी।

2003

जापान के तोशीबा कंपनी ने एक बार फिर वर्ष 2003 में तोशिबा पोर्टेज M100 जारी किया, जो एक सिल्म DVD-ROM ड्राइव की सुविधा वाला पहला लैपटॉप लॉन्च किया गया और तोशीबा पुराने लैपटॉप के वर्जन से इस नए वाले वर्जन को काफी कुछ नया किया था इसलिए भी काफी ज्यादा पसंद किया गया। 

2007
लैपटॉप निर्माता कंपनी आसुस ने अक्टूबर 2007 में Eee PC 701 जारी किया, जो उपलब्ध होने वाली पहली नोटबुक यानी कि लैपटॉप थी। इसमें एक 7 “स्क्रॉल, एक इंटेल सेलेरॉन-M प्रोसेसर, और एक 4 GB SDHC स्टोरेज डिस्क शामिल है। आसुस कंपनी के तरफ से लांच किए गए इस पोर्टेबल लैपटॉप को भी काफी ज्यादा पसंद किया गया और इसमें पुराने सभी लैपटॉप के वर्जन के मुकाबले काफी एडवांस फीचर्स का इस्तेमाल किया गया था।

Laptop Ka Full Form

लैपटॉप क्या होता है ये बात तो आप जान चुके होंगे।लेकिन लैपटॉप की फुल क्या होती है ये आप जानते है अगर नहीं! तो आपको बता दें कि लैपटॉप की फुल्लफॉर्म “लाइट वेट एनालिटिकल पावर विथ ऑप्टिमाइज़ पावर” होती है।लेकिन लोगों इतना बढ़ा नाम याद रखने नें समस्या होती है।इसलिए शार्ट फॉर्म में इसे लैपटॉप कहा जाता है।

लैपटॉप और कंप्यूटर में अंतर – Laptop Vs Computer

क्रo सoलैपटॉपकंप्यूटर
01लैपटॉप बहुत छोटा है,जिसका उपयोग कहीं भी जैसे – जहाज, ट्रेन, बस आदि में सुविधाजन तरीक़े से किया जा सकता है।कंप्यूटर काफी हैवी होता है और उपयोग करने के पूरा सेट – अप करना होता है और इसके लिए काफी स्पेस की आवश्यकता होती है।
02लैपटॉप चार्जएविल होता है और इसके लिए बहुत कम बिजली की आवश्यकता होती है।कंप्यूटर चार्जएविल नहीं होता है और इसका उपयोग करने के लिए बहुत मात्र बिजली की खपत होती है।
03लैपटॉप में सभी पार्ट्स जैसे – कीवर्ड, माउस, CPU सभी एडजेस्ट होते है।कंप्यूटर के सभी पार्ट्स को अलग – अलग एडजेस्ट करना होना है।
04लैपटॉप को लाइट नहीं होता हुए भी कई घंटों तक उपयोग में लाया जा सकता है।कंप्यूटर का उपयोग आप तभी कर सकते है, जब लाइट होगी।क्योंकि इसे विशेष तौर पर लाइट की आवश्यकता होती है।
05लैपटॉप में स्क्रीन ऑलरेडी एडजेस्ट होती है।जिसमें बदलवा नहीं किया जा सकता है।कंप्यूटर में आप अपनी इच्छा के अनुसार कितनी भी छोटी या बड़ी स्क्रीन को लग सकते हैं।

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Laptop और कंप्यूटर में क्या अंतर है 

लैपटॉप और कंप्यूटर दोनों एक ही तरीके से कार्य करते हैं परंतु अगर इनके बीच अंतर समझने की बात आती है तो कुछ फैक्टर के आधार पर हम इन्हें अलग-अलग देख सकते हैं और इनके बीच के अंतर को अच्छे से समझ सकते हैं। चलिए अब हम आप सभी लोगों को आगे लैपटॉप और कंप्यूटर के बीच के अंतर को समझाने का प्रयास करते हैं और इसके लिए आप नीचे दी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक से पढ़े हैं। 

  • सबसे पहले कंप्यूटर और लैपटॉप के बीच अगर किसी बड़े अंतर को समझा जाए तो दोनों के बीच प्राइस सबसे बड़ा अंतर पैदा करता है जहां पर लैपटॉप लेने के लिए आपको आज के समय में ₹30000 से लेकर ₹35000 के बीच का इन्वेस्टमेंट करना पड़ेगा वही एक कंप्यूटर लेने के लिए आपको मात्र ₹25000 से लेकर ₹30000 के बीच का ही न्यूनतम निवेश करना पड़ेगा।
  • अगर लैपटॉप और कंप्यूटर के बीच का अंतर समझा जाए तो इन दोनों के साइज में सबसे बड़ा अंतर आपको समझ में आएगा। जहां लैपटॉप कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है वहीं कंप्यूटर को कहीं पर भी ले जाना संभव नहीं है इसे इस्तेमाल करने के लिए हमें एक जगह पर इसे इंस्टॉल करना पड़ता है।
  • अगर बात की जाए कैपेबिलिटी की तो लैपटॉप के मुकाबले ज्यादा हैवी वर्क करने के लिए कंप्यूटर सबसे बेस्ट ऑप्शन हमारे लिए बनता है। आप लैपटॉप का इस्तेमाल करके नॉर्मल और इससे थोड़े ऊपर के कार्य आसानी से कर सकते हो परंतु हेवी वर्क के लिए आपको कंप्यूटर की बेस्ट परफॉर्म प्रदान करेगा क्योंकि इसके अंदर आपको कई सारे फीचर्स और अन्य सॉफ्टवेयर आदि मिल जाते हैं।
  • लैपटॉप और कंप्यूटर दोनों में ही आप अपने आवश्यकता अनुसार अपग्रेड कर सकते हो।
  • अगर कंप्यूटर का कोई पार्ट खराब होता है तो आप उसे काफी कम दाम में खुद ही बदल सकते हो परंतु अगर लैपटॉप में कोई पार्ट खराब होता है तो हमें काफी महंगे दामों पर इसे रिपेयर करवाना पड़ता है।

लैपटॉप फुल फॉर्म से संबंधित पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न एवं उनके उत्तर

यहां पर लैपटॉप के फुल फॉर्म से संबंधित आप लोगों द्वारा पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर दिए हुए हैं।

Q. लैपटॉप क्या है?

लैपटॉप के अतिआधुनिक डिवाइस है या फिर कहे तो लैपटॉप कंप्यूटर का ही आधुनिक वर्शन है।

Q. लैपटॉप और कंप्यूटर में कौन बेहतर है?

लैपटॉप और कंप्यूटर में कौन बेहतर है, ये बता पाना काफी सोचनीय है।क्योंकि दोंनों अलग – अलग जगह उपयोगी है।इसलिए लैपटॉप – कंप्यूटर में कौन बेहतर है।ये इस बात पर निर्भर करता है।कि इसकी खरीदारी आप किस मकसद से कर रहे हैं।

Q. किस कंपनी द्वारा और कौन – सा पहला लैपटॉप बनाया गया था?

पहला लैपटॉप Toshiba कंपनी द्वारा T1100 बनाया गया था।

Q. लैपटॉप की फुल्लफॉर्म क्या होती है?

लैपटॉप की फुल्लफॉर्म “लाइट वेट एनालिटिकल पावर विथ ऑप्टिमाइज़ पावर” होती है।

Q. लैपटॉप का अविष्कार किसने किया और कब किया?

लैपटॉप का अविष्कार एडम ओसबोर्न द्वारा सन 1981 में किया गया था।

Q. लैपटॉप का फुल फॉर्म क्या है?

लैपटॉप का फुल फॉर्म “लाइट वेट एनालिटिकल पावर विथ ऑप्टिमाइज़ पावर” होता है।

Q. लैपटॉप में कितने बटन होते हैं?

पहले के समय में लैपटॉप में केवल 84 बटन हुआ करते थे परंतु वर्तमान समय में लैपटॉप में लगभग 104 बटन आते हैं।

Q. लोग लेपटॉप क्यों पसंद करते हैं?

लैपटॉप को कहीं पर भी ले जाना आसान होता है और इसे आप जैसे चाहो वैसे पर्सनल यूज में ले सकते हो इसीलिए लैपटॉप को लोग ज्यादा पसंद करते हैं।

निष्कर्ष

हमने अपने आज के इस लेख में आप सभी लोगों को Laptop Full form In Hindi के बारे में विस्तार पूर्वक से जानकारी प्रदान की हुई है और हमें उम्मीद है कि लैपटॉप के फुल फॉर्म के ऊपर दी गई यह जानकारी आप लोगों के लिए काफी ज्यादा उपयोगी और सहायक सिद्ध हुई होगी।

अगर आप लोगों को यह लेख पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले और साथ ही साथ इस लेख से संबंधित किसी भी प्रकार के सवाल या फिर जानकारी के लिए नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स का इस्तेमाल करना भी ना भूलें।

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