Internet ko Hindi Mein Kya Kahate Hain

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं आज इंटरनेट का विकास काफी हद तक हो चुका है और अब इंटरनेट गांव में भी पहुंच चुका है। इंटरनेट के आ जाने से काफी ज्यादा विकास हुआ है और इतना ही नहीं सूचना का आदान-प्रदान भी काफी तेजी से हो पाया है। आज इंटरनेट यूजर्स दिन बढ़ते ही जा रहे हैं क्योंकि लोग इंटरनेट के फायदों से काफी ज्यादा अवगत है परंतु क्या आपको पता है कि internet ko hindi mein kya kahate hain यह काफी रोचक प्रश्न है परंतु इसका जवाब शायद ही किसी को पता हो तो।

अगर आपको इंटरनेट को हिंदी में क्या कहते हैं? के जवाब को जानना है तो आज आप हमारे इस महत्वपूर्ण  लेख को शुरू से अंतिम तक जरूर पढ़ें हमने अपने आज के इस लेख में इंटरनेट से संबंधित लगभग सभी प्रकार की आवश्यक जानकारी आपको प्रदान की हुई है। इसीलिए इंटरनेट के हिंदी अर्थ को समझने के लिए आज आप लेख में दी गई जानकारी को बिल्कुल भी मिस ना करें और लेख को पूरा अवश्य पढ़ें।

इंटरनेट को हिंदी में क्या कहते हैं

Internet ko Hindi Mein Kya Kahate Hain

आज अगर आप हमारे इस लेख को पढ़ रहे हो तो आप भी एक इंटरनेट यूजर हो आज बिना इंटरनेट के कोई काम संभव ही नहीं है। अगर एक पल के लिए इंटरनेट कनेक्शन ठीक से काम ना करें या फिर इंटरनेट पूरी तरीके से ठप हो जाए तो आदि दुनिया रुक जाएगी। क्या आपको पता है कि इंटरनेट को हिंदी में क्या कहते हैं? ‘इंटरनेट को हिंदी में अंतरजाल कहा जाता है अर्थात यह एक ऐसा जाल है जहां पर आप को दुनिया भर की सूचनाएं आसानी से घर बैठे केवल एक क्लिक पर मिल जाती है।

इंटरनेट की सुरुआत कब हुई

इंटरनेट को 1960 में अमेरिका के एक व्यक्ति द्वारा शुरू किया गया था। शुरुआती दौर में इंटरनेट सिर्फ उस व्यक्ति के घर में ही चलता था। लेकिन धीरे-धीरे इसकी प्रसिद्धि बढ़ती गई और आज इंटरनेट का इस्तेमाल पूरी दुनिया के लोग करते हैं। 

हम अपने स्मार्टफोन में जीमेल, व्हाट्सएप, फेसबुक के अलावा और भी कई सारे ऐप का इस्तेमाल करते हैं। यह सारे ऐप इंटरनेट के माध्यम से जुड़े हुए हैं तभी हम इसका इस्तेमाल कर पाते हैं। अगर इन सारे ऐप को इंटरनेट से हटा दिया जाए तो हम इनका इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। 

भारत में इंटरनेट की शुरुआत कब हुई 

bharat me internet ki shuruaat kab hui

भारत में इंटरनेट की शुरुआत 14 अगस्त 1995 को हुई थी। 14 अगस्त की रात में इंटरनेट का इस्तेमाल भारत में सफलतापूर्वक हुआ था। जिसके बाद 15 अगस्त 1995 से भारत में इंटरनेट का उपयोग होना शुरू हो गया। शुरुआती दौर में इंटरनेट की स्पीड भारत में बहुत ही कम रहती थी। उस समय भारत में इंटरनेट की स्पीड 10 केबीपीएस की रहती थी। इसके कारण इंटरनेट बहुत ही स्लो चलता था और कोई भी काम बहुत धीरे हो पाता था। 

जब भारत में शुरुआती समय में इंटरनेट का इस्तेमाल किया जाता था। तो उस समय मात्र भारत के 20 से 30 कंप्यूटर इंटरनेट से जुड़े हुए थे। उस समय भारत में बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियों को इंटरनेट पर आदान प्रदान किया जाता था। इसके अलावा कुछ बड़े-बड़े कॉलेजों में इंटरनेट का इस्तेमाल होता था। लेकिन अब भारत के हर कोने में लोग इंटरनेट का इस्तेमाल बहुत ही ज्यादा मात्रा में कर रहे हैं और आज लगभग भारत के सभी कंप्यूटर और स्मार्टफोन इंटरनेट से जुड़े हुए हैं। भारत में पहले जहां 10 केबीपीएस की स्पीड से नेट चलता था वही आज भारत में 6 एमबी पर सेकंड के स्पीड से इंटरनेट चलता है। 

हालांकि ये स्पीड सभी राज्यों के सभी जगहों के लिए समान नहीं होती है। अभी भी भारत में कई ऐसे जगह है जहां पर इंटरनेट काफी धीरे चलता है। लेकिन एक सर्वे के तहत यह पता चला है कि भारत में एवरेज स्पीड 6 एमबीपीएस की है। सबसे तेज इंटरनेट चलने वाले देशों की सूची में भारत 117वा नंबर पर है। यानी कि अभी भी 116 ऐसे देश है जहां की एवरेज नेट स्पीड भारत के नेट स्पीड से ज्यादा है। भारत दिन प्रतिदिन नेट स्पीड बढ़ाने में लगा हुआ है और उम्मीद है कि बहुत जल्द हम लोग की सूची में और आगे बढ़ेंगे। 

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इंटरनेट को किसने बनाया

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हमने तो यह जान लिया कि इंटरनेट को हिंदी में क्या कहते हैं? अब आप क्या जानते हो कि इंटरनेट को किसने बनाया? क्योंकि यह सवाल भी अपने आप में काफी महत्वपूर्ण ही है। इंटरनेट को किसी एक व्यक्ति ने नहीं बनाया बल्कि कई लोगों की मेहनत की वजह से आज इंटरनेट बेहतर बन पाया है।

सबसे पहले इन्टरनेट का अविष्कार सन , 1969 में DOD (डिपार्टमेंट ऑफ़ डिफेन्स) द्वारा किया गया था यह इंटरनेट अमेरिकी रक्षा विभाग के द्वारा UCLA के तथा स्टैनफोर्ड अनुसंधान संस्थान कंप्यूटर्स का नेटवर्किंग करके इंटरनेट की संरचना की गई। इंटरनेट के जरिए सूचना का आदान प्रदान करने के लिए एक नियम बनाया गया है और इस नियम को टीसीपी (ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकोल) या फिर आई पी ( इंटरनेट प्रोटोकोल) के नियम के जरिए किया जाता है।  

इस नेटवर्क को ARPN (एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट इन एजेंसी ) अमेरिका के एक निजी संस्था के द्वारा इस को लांच किया गया और 1980 में इसे पूरी तरीके से लांच करने का काम शुरू किया गया।

और सन ,1980 में ही बिल गेट्स का आईबीएम के कंप्यूटर्स पर एक माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम लगाने के लिए सौदा हुआ और इन्टरनेट  का सही से इस्तेमाल करने के लिए 1984 एप्पल ने पहली बार फ़ाइलों और फ़ोल्डरों, ड्रॉप डाउन मेनू, माउस, ग्राफिक्स का प्रयोग आदि से युक्त “आधुनिक सफल कम्प्यूटर” लांच किया। इन सभी चीजों के अलावा इंटरनेट को सबसे आसान रूप डब्लू डब्लू डब्लू के रूप में वर्ष 1989 में टिम बेर्नर ली की वजह से ही आज हम आधुनिक इंटरनेट का इस्तेमाल कर पा रहे हैं जो सबके हाथों में एक पावर के जैसे काम कर रही है।

इंटरनेट का मालिक कौन है

दोस्तों वैसे तो इंटरनेट का मालिक कोई नहीं है और ना ही किसी देश का इस पर कोई नियम या अधिकार चलता है परंतु फिर भी इंटरनेट को जिसने विस्तार प्रदान किया और जिसने इंटरनेट को काफी आसान तरीके से हमारे सामने प्रस्तुत किया वास्तव में उसी को असली इंटरनेट का मालिक कहां जा सकता है। टिम बेर्नर ली को ही इंटरनेट का मालिक माना जाता है। 

इंटरनेट के फायदे

दोस्तों इंटरनेट की अपने बहुत सारे फायदे हैं क्या आप इंटरनेट के फायदों के बारे में जानते हो अगर आपको इंटरनेट के फायदे नहीं मालूम है तो यहां पर हमने नीचे पॉइंट के माध्यम से इंटरनेट के बेहतरीन फायदों के बारे में जानकारी दी है और आप एक बार इंटरनेट के फायदे जरूर पढ़ें।

  • आज घर बैठे आप ईमेल के माध्यम से, वीडियो कॉलिंग के माध्यम से और अन्य इंटरनेट साधन के जरिए आप आसानी से बातचीत कर सकते हो फिर सामने वाला व्यक्ति चाहे जितना ही क्यों ना दूर हो।
  • आप दुनिया भर की खबरों को इंटरनेट की सहायता से चंद भर में पढ़ सकते हो और दुनिया में क्या चल रहा है इसके बारे में जान सकते हो।
  • घर बैठे किसी भी नौकरी के लिए या फिर किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने हेतु आप अपना आवेदन कर सकते हो।
  • सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए आप घर बैठे उसका आवेदन कर सकते हो।
  • आप घर बैठे ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हो। 
  • इंटरनेट की वजह से आज रोजगार के नए अवसर सामने आ रहे हैं और लोग घर बैठे ऑनलाइन अनेकों तरीके का उपयोग करके पैसा कमा रहे हैं।
  • आज इंटरनेट के वजह से लोग घर बैठे कुछ भी सीख सकते हैं और अपने अंदर नई-नई स्किल डेवलप कर सकते हैं।
  • आज शिक्षा के क्षेत्र में भी इंटरनेट काफी उपयोगी साबित हो रहा है क्योंकि जिन लोगों के पास शिक्षा नहीं पहुंच पा रही थी आज उनके पास इंटरनेट के जरिए शिक्षा पहुंच पा रही है।
  • इंटरनेट की वजह से लोग अपने व्यापार को विकास का रूप दे रहे हैं और कई सारे लोगों तक अपने व्यापार को पहुंचाने में सफल हो रहे हैं।

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इंटरनेट के नुकसान 

हमने अब तक इंटरनेट के फायदों के बारे में जाना चलिए अब हम इंटरनेट के कुछ नुकसान के बारे में भी जान लेते हैं जिसके बारे में हमने नीचे जानकारी को विस्तार पूर्वक के पॉइंट के जरिए समझाया हुआ है और आप एक बार इंटरनेट के नुकसान भी जरूर पढ़े।

  • एक रिसर्च से पता चला है कि जब कोई दो बार इंटरनेट पर किसी जानकारी को सर्च करता है तब उस दौरान लगभग 15 ग्राम का कार्बन डाइऑक्साइड गूगल सर्च इंजन रिलीज करता है। इस तरह से ग्लोबल वार्मिंग का खतरा इंटरनेट के विकास की वजह से काफी ज्यादा बढ़ चुका है।
  • इंटरनेट पर सही जानकारी भी उपलब्ध है और इंटरनेट पर गलत जानकारी भी उपलब्ध है अगर किसी को गलत कही के बीच में अंतर नहीं समझ में आएगा तो वह कभी भी किसी भी रास्ते पर जाकर भटक सकता है। 
  • आजकल इंटरनेट की सहायता से अनेकों प्रकार के फ्रॉड किए जा रहे हैं।
  • जो स्टूडेंट इंटरनेट की सहायता से पढ़ रहे हैं वह गलत रास्ते पर भी इंटरनेट की सहायता से ही जा सकते हैं।
  • आजकल इंटरनेट हैकिंग के मामले काफी ज्यादा सामने आ रहे हैं और इंटरनेट पर आप के डाटा को हैक करके उसका गलत उपयोग भी किया जा सकता है।
  • हर एक चीज के गलत और सही परिणाम होते हैं हमें क्यों खुद डिसाइड करना होगा कि हमें किस चीज से कितना फायदा लेना है और किस चीज से हमें कितना नुकसान होने वाला है। 

FAQ internet ko hindi mein kya kahate hain ke bare main

Q. इंटरनेट कब शुरू हुआ था?

इंटरनेट की शुरुआत 1969 में की गई थी।

Q. इंटरनेट कहां से आता है?

इंटरनेट एक विश्व स्तरीय सेवा है और टेलीकॉम कंपनी एवं डाटा सर्विस प्रदान करने वाली कंपनियों के सर्वर के जरिए ही इसका वितरण किया जाता है।

Q. टिम बर्नर्स ली ने किसकी खोज की थी?

इन्होंने WWW, URL और इन्टरनेट जैसी कई टेक्नोलॉजी की खोज की थी। 

निष्कर्ष 

दोस्तों आज के इस लेख के माध्यम से हमने यह जाना है कि internet ko hindi mein kya kahate hain हमने यह जानकारी आपको इसलिए दी क्योंकि ज्यादातर लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं। इसके अलावा हमने इस आर्टिकल में यह भी जाने कि इंटरनेट क्या होता है और इंटरनेट भारत में कब पहली बार इस्तेमाल हुआ था? उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे यह आर्टिकल पसंद आया होगा और हमने इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी है वह आपको अच्छे से समझ में आ गई होगी। 

तो अगर आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा और इसमें दी गई सारी जानकारी समझ में आ गई तो आप इसे अपने दोस्तों रिश्तेदारों और अपने सोशल मीडिया पर शेयर करना ना भूले। आप इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो कमेंट करके पूछ सकते हैं। 

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